संसद के विशेष सत्र के आखिरी दिन लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने बीएसपी सांसद दानिश अली के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उसके बाद से ही यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है। विपक्ष मामले में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग कर रहा है, तो वहीं बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने भी इस मामले में जांच की मांग की है।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पहले तो रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई टिप्पणी के लिए उनकी निंदा की, लेकिन उन्होंने कहा कि बसपा सांसद दानिश अली की टिप्पणियों के साथ-साथ उनके आचरण की भी जांच होनी चाहिए। निशिकांत दुबे ने कहा, “लोकसभा के नियमों के तहत किसी भी संसद को आवंटित समय के दौरान उनके बोलते समय बार-बार टोकना और टीका-टिप्पणी किए जाने के लिए सजा का प्रावधान है।” निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को लिखे पत्र में कहा कि रमेश बिधूड़ी के भाषण के दौरान लगातार दानिश अली रनिंग कमेंट्री कर रहे थे और उन्हें उकसा रहे थे।
निशिकांत दुबे ने कहा कि मैं 15 साल से लोकसभा सांसद हूं और हमेशा सदन में मौजूद रहता हूं, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह का भी दिन देखूंगा। निशिकांत दुबे ने दावा किया कि रमेश बिधूड़ी के भाषण के दौरान दानिश अली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे।
निशिकांत दुबे ने कहा कि सदन में कार्यवाही के दौरान टीएमसी के सौगात राय ने भगवान राम और पुष्पक विमान के अस्तित्व से ही इनकार कर दिया। डीएमके ने सनातन धर्म को अंधविश्वास फैलाने वाला बताया। निशिकांत दुबे ने कहा कि रमेश बिधूड़ी ही नहीं बल्कि अन्य दलों के सदस्यों ने भी अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इन सभी नेताओं के बयानों की जांच के लिए एक समिति बनाई जानी चाहिए।
बता दें कि दानिश अली ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि अगर उचित कार्यवाही नहीं होती है तो वह भारी मन से लोकसभा की सदस्यता भी छोड़ सकते हैं। दानिश अली से मिलने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी उनके घर भी पहुंचे थे।