अनामिका सिंह
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) का 2024-25 का बजट इस बार काफी खास हो सकता है, क्योंकि इस साल के बजट में पुनर्विकास व संरक्षण का समावेश देखने को मिलने वाला है। कई प्रस्तावों को एनडीएमसी के उपाध्यक्ष व सदस्यों द्वारा एनडीएमसी के आर्थिक सलाहकार के समक्ष भेजे भी जा चुके हैं। अब देखना यह है कि इनमें से कितने प्रस्तावों पर 27 दिसंबर को होने वाले बजट सत्र के दौरान अंतिम मुहर लगती है।
कई बाजारों से एनडीएमसी हाउस टैक्स वसूलती है
एनडीएमसी शंकर मार्केट, खान मार्केट, भगत सिंह मार्केट आदि प्रमुख बाजारों के मरम्मत व नवीनीकरण का कार्य करवाने के लिए बजट प्रदान कर सकता है। इसके लिए बाकायदा एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने अपने प्रस्ताव में भी लिखा है कि जब एनडीएमसी इन बाजारों से फ्रीहोल्ड चार्ज, गृहकर, बिजली व पानी आदि के रूप में राजस्व प्राप्त करते हैं तो इनकी मरम्मत व नवीनीकरण का कार्य क्यों नहीं कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने इसके दैनिक रख-रखाव के कार्य के लिए एक कोष बनाने व इन बाजारों के पुनर्विकास और उत्थान के कार्यक्रम तैयार करवाने का प्रस्ताव बजट में रखने के लिए कहा है।
बजट में कुछ नए काम कराने का भी प्रस्ताव
इसके अलावा बजट में इस सार्वजनिक स्थानों जहां पर्यटकों की संख्या काफी अधिक रहती है वहां स्ट्रीट फर्नीचर के उन्नयन और वृद्धि के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव भेजा गया है जिनमें कनाट प्लेस, चाणक्यपुरी व इंडिया गेट जैसे स्थानों को सुझाया गया है। इसके अलावा एनडीएमसी क्षेत्र में टैक्सी स्टैंडों के नवीनीकरण व एनडीएमसी के स्वामित्व वाले परिसरों के नवीनीकरण का प्रस्ताव रखा गया है जिसे एनडीएमसी बजट में स्वीकृति मिल सकती है।
इनकी मंजूरी मिलने की संभावना
1- सभी धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों की परिधि व परिवेश के रखरखाव व उन्नयन के लिए फंड पर प्रस्ताव।
2- जन स्वास्थ्य, प्रवर्तन एवं बागवानी विभाग के फील्ड सुपरवाइजरी कर्मियों को ई-बाइक या ई-स्कूटर उपलब्ध कराने के लिए बजट आबंटित किया जाए।
3- एनडीएमसी क्षेत्र में हवा के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने का प्रावधान किया जाए और इसके लिए नई मशीनें लगाई जाएं।
4- पुराने फर्नीचर को बदला जाए, खासकर निचले कर्मचारियों जैसे शाखाओं व अनुभाग अधिकारियों के कार्यालयों में।
5- नई दिल्ली क्षेत्र में सड़क किनारे छोटे विक्रेताओं के लिए दुकान डिजाइन की जाए, ताकि क्षेत्र का सौंदर्यीकरण बना रहे।
