तमिल वक्ता और पूर्व कांग्रेस नेता नेल्लई कन्नन को बीते शुक्रवार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में ‘कामराजर कथिर अवॉर्ड’ 2021 से सम्मानित किया गया। राज्य के सीएम की मौजूदगी में नेल्लई को इस सम्मान से नवाजे जाने के बाद विवाद खड़ हो गया है। नेल्लई कन्नन वही स्कॉलर हैं, जिन्हें जनवरी 2020 में भड़काउ भाषण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
नेल्लई कन्नन की गिरफ्तारी के लिए बीजेपी नेता एच राजा धरने पर बैठ गए थे। कन्नन के खिलाफ कई जगह शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ एक्शन लिया था। कन्नन के खिलाफ तिरुनेलीवेली सिटी पुलिस केस दर्ज किया था। उन पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप था।
पीएम मोदी और अमित शाह के खात्मे की कही थी बात
दिसंबर 2020 में सिटिजनशिप एमेंडमेंट एक्ट (CAA) के खिलाफ सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की ओर से आयोजित की गई रैली में नेल्लई कन्नन ने कहा, ‘यहां एक आदमी है, जिसका नाम है अमित शाह। प्रधानमंत्री तो मोदी हैं, लेकिन दिमाग अमित शाह का है। अगर अमित शाह का खात्मा हो जाएगा तो मोदी का भी खत्मा हो जाएगा। लेकिन आपमें से कोई भी इनको खत्म नहीं कर रहा है। इस बारे में सोचते रहिए, आप लोग कुछ कर सकते हैं।’ नेल्लई कन्नन ने यह बात एक मुस्लिम बहुत इलाके में रैली को संबोधित करते हुए कही थी।
बीजेपी ने लगाया था नेल्लई कन्नन पर यह आरोप
बीजेपी प्रवक्ता नारायण तिरुपति ने भी इस मामले में कन्नन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था, ‘कन्नन ने रैली में मोदी और अमित शाह का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें हैरानी है कि मुस्लिमों ने अब तक पीएम मोदी और अमित शाह की हत्या क्यों नहीं की?’ मोदी और शाह के अलावा कन्नन पर तमिलनाडु के तत्कालीन सीएम पलानीस्वामी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा।
बीजेपी ने अपनी शिकायत में कन्नन पर लगाए थे ये आरोप
कन्नन के विवादित भाषण का वह वीडियो उस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। बीजेपी की राज्य इकाई के जनरल सेक्रेटरी केएस नरेंद्रन ने 30 दिसंबर को इस मामले में पार्टी की ओर से कम्प्लेंट फाइल की थी। इस कम्प्लेंट में लिखा गया, ‘कन्नन ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ आपित्तजनक टिप्पणी करके अंतराष्ट्रीय स्तर पर उनका अपमान किया है। उनका भाषण पब्लिक को भड़काने वाला था। कन्नन ने आम लोगों को स्टेट, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ अपराधिक कृत्य करने के लिए उकसाया। इसके अलावा कन्नन का भाषण राष्ट्रीय और सांप्रदायिक एकता के लिए भी खतरा पैदा करता है, इसलिए कन्नन के खिलाफ एक्शन लिया जाए।’
कौन हैं नेल्लई कन्नन
नेल्लई कन्नन का जन्म तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में 1945 में हुआ। वह कांग्रेस में भी रह चुके हैं। नेल्लई तिरुनेलवेली से चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन वह हार गए थे। 1996 में वह तमिलनाडु के पूर्व सीएम एम करुणानिधि के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं। वह कांग्रेय पार्टी के जनरल सेकेट्री बने और बाद में उपाध्यक्ष भी बनाए गए। 2006 में कन्नन ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और AIADMK के लिए कैंपेन किया, लेकिन AIADMK की चुनाव में हार के बाद कन्नन कुछ समय तक पॉलिटिक्स में सक्रिय नहीं रहे। इसके बाद वह टीवी डिबेट्स में नजर आने लगे और तमिल लिटरेचर के साथ ही अध्यात्म पर भी बात करते दिखाई दिए।