NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई हुई है। सीबीआई ने पटना AIIMS के चार डॉक्टर हिरासत में लिया है। जानकारी के अनुसार तीनों 2021 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं।
नीट पेपर लीक मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है। इससे पहले ही सीबीआई को सफलता हाथ लगी है। सीबीआई धीरे-धीरे पेपर लीक गिरोह के सॉल्वर्स तक पहुंच गई है। जिसके बाद सीबीआई की टीम ने पटना एम्स में पढ़ाई करने वाले 4 मेडिकल स्टूडेंट्स को हिरासत में लिया है।
सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में फर्जीवाड़ा करने वाले चारों छात्रो का कमरा सील कर दिया गया है। इसके साथ ही उन छात्रों का लैपटॉप और मोबाइल को पुलिस ने जब्त किया है। अब सीबीआई इन चारों से कई और तार खोजने की कोशिश कर रही है। इनका पूरा नेटवर्क पेपर ले जाने वाले ट्रक से पर्चा उड़ाने वाले पंकज को सीबीआई पकड़ चुकी है।
वहीं झारखंड के बोकारो का रहने वाला पंकज सिविल इंजीनियर है। इस पर आरोप है कि इसी ने हजारीबाग से ट्रक से पेपर चोरी करके उसे आगे पहुंचाया था। पंकज को पेपर चोरी का मास्टरमाइंड माना जाता है। प्राप्त सूत्रों के अनुसार पंकज ने सॉल्वर गैंग तक अपने लूटे पेपर को ही पहुंचाया था। वह जिस ट्रक से पेपर लूटता था उसी ट्रक से एनटीए अलग-अलग सेंटर्स पर पेपर पहुंचता था।
हालांकि अभी भी सीबीआई को नीट पेपर लीक का मुख्य साजिशकर्ता संजीव मुखिया की तलाश है। मुखिया पेपर लीक का मास्टरमाइंड हैं। जो अभी भी फरार चल रहा है। उसका बिहार के अलावा देश के कई अन्य राज्यों में भी पेपर लीक माफियाओं से सांठगांठ है। इससे पहले भी मुखिया कई पेपर लीक करवा चुका है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते चार जून को नीट यूजी परीक्षा का परिणाम आने के बाद हंगामा शुरू हो गया। रिजल्ट आने पर पता चला कि इस परीक्षा में 67 टॉपर्स हैं जबकि एक ही सेंटर से 8 टॉपर का नाम सामने आया। ऐसी स्थिति में परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों ने इस परीक्षा के जांच कराने की मांग करने लगे और इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में इसके लिए याचिका दाखिल की गई।