बिहार विधानसभा के चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे विधान परिषद के चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जद (एकी), राजद, कांग्रेस और राकांपा के महागठबंधन को तगड़ा झटका दिया है। स्थानीय निकाय कोटे की विधान परिषद की 24 सीटों के लिए हुए चुनाव में राजग ने 13 सीटें जीती हैं। वहीं सत्तारूढ़ महागठबंधन को 10 सीटें मिली हैं। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीता है।

विधान परिषद चुनाव में राजग के प्रमुख दल भाजपा ने 18, लोजपा ने चार और रालोसपा ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। भाजपा ने 11 सीटों पर दर्ज की है। एक सीट भाजपा समर्थित उम्मीदवार ने जीती है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोजपा को एक सीट मिली है, जबकि केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुश्वाहा की रालोसपा अपना खाता भी नहीं खोल पाई।

वहीं महागठबंधन में शामिल जद (एकी) और राजद ने 10-10 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जद (एकी) को पांच और राजद को चार सीटें मिली हैं। तीन सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को एक सीट मिली है। राकांपा अपना खाता भी नहीं खोल पाई।

बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के इस द्विवार्षिक चुनाव को इस साल सितंबर-अक्तूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था। विधान परिषद चुनाव पुराने प्रतिद्वंद्वियों नीतीश कुमार और लालू प्रसाद का भाजपा से मुकाबले के लिए साथ आने की पहली परीक्षा थी। कई दिनों तक चली बातचीत के बाद लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार स्वीकार किया था। प्रसाद ने ऐसा मुख्य तौर पर इसलिए किया क्योंकि कांग्रेस का झुकाव कुमार की ओर था।

विधान परिषद की इन 24 सीटों में से जद (एकी) के पास 13, भाजपा के पास पांच और तीन निर्दलीयों के पास थीं।

विधानसभा पर नहीं होगा असर

नतीजे उतने अच्छे नहीं हैं जितने होने चाहिए थे। मैं इसपर कुछ नहीं कहने जा रहा हूं कि हमारी विपक्षी पार्टियों ने किस तरह की रणनीति अपनाई और कैसे लोगों को उन्हें वोट देने के लिए बाध्य किया गया। विधान परिषद चुनाव में जनता शिरकत नहीं करती है। अत:, नतीजों का विधानसभा चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं होगा जिसमें आमजन मतदान करेंगे।… लालू प्रसाद यादव, राजद अध्यक्ष
जनमत का अक्स नहीं
चुनावी नतीजे जनमत का अक्स नहीं हैं क्योंकि इसमें आमजन ने नहीं बल्कि सीमित संख्या में मतदाताओं ने भाग लिया है। अगर वे (भाजपा) खुशफहमी में जीना चाहते हैं तो उन्हें कौन रोक सकता है। लेकिन चुनावी नतीजे भविष्य के रुझान नहीं दर्शाते। भगवा पार्टी ने विधान परिषद सीटों के लिए जद (एकी) और राजद से उम्मीदवार उधार लिए जिनका अपने इलाकों में असर है और इसने नतीजों को उनके पक्ष में कर दिया।… नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

(एजंसी)