भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों के दिखने पर नेशनल कमीशन फॉर प्रोटक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) भड़क गया है। शिकायत मिलने के बाद कमीशन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि बच्चों का बेजा राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है। लिहाजा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर सख्त एक्शन हो।

राहुल गांधी की अगुवाई में हो रही भारत जोड़ो यात्रा का मंगलवार को सातवां दिन है। तकरीबन 150 दिनों तक चलने वाली यात्रा एक सप्ताह के भीतर ही कई बार विवादों में आ चुकी है। पहले विवाद राहुल गांधी की टीशर्ट को लेकर हुआ। भाजपा ने दावा किया था कि महंगाई का मुद्दा उठा रहे वायनाड सांसद शुक्रवार को 41 हजार 257 रुपये की टी-शर्ट पहने हुए हैं।

उसके बाद कंटेनर चर्चा में आया। 60 कंटेनरों में राहुल गांधी के अलावा उनके साथ चल रहे कांग्रेस नेताओं के रहने का इंतजाम किया गया है। बीजेपी का आरोप है कि ये कंटेनर सुविधाओं से लैस हैं। कांग्रेस इनमें बुनियादी सुविधाएं होने के बात कह रही है।

तमिलनाडु में राहुल ने पादरी जॉर्ज पोन्नया से मुलाकात की तो वहां भी विवाद हो गया। उसके बाद निक्कर को लेकर बवाल मचा। कांग्रेस ने ट्वीट के जरिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर निशाना साधा था। पार्टी ने एक फोटो पोस्ट की थी, जिसमें संघ की यूनिफॉर्म का हिस्सा रहे निक्कर को जलता हुआ दिखाया गया था। केरल के दो क्रांतिकारियों गांधीवादी केई मेमन और पद्मश्री पी गोपीनाथन नायर के स्मारक को लेकर भी विवाद उठ खड़ा हुआ था।

केरल में यात्रा के रूट को लेकर वाम दलों ने सवाल खड़ा किया है। माकपा ने ट्वीट किया कि केरल में 19 और उत्तर प्रदेश में 2, यह भाजपा और आरएसएस से लड़ने का अजीब तरीका है। ये विवाद थमे भी नहीं थे कि NCPCR अपना डंडा लेकर आ गया। ध्यान रहे कि यात्रा के दौरान राहुल के साथ बच्चे भी देखे गए हैं। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि बच्चे खुद ब खुद आए थे।