महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शरद पवार ने अपनी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में भगदड़ रोकने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। एनसीपी ने पुणे से एक शपथ समारोह अभियान की शुरुआत की है, जिसमें पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कसम (संभवतः दल में बने रहने के लिए) खिलाई जा रही है। गुरुवार को पार्टी के लगभग 250 लोगों को इसी खास कैंपेन के तहत शपथ दिलाई गई।
दरअसल, हाल ही में एनसीपी के तीन विधायकों ने दल बदल लिया था। इनमें सतारा से शिवेंद्र राजे भोंसले, ऐरोली से संदीप नायक और अकोले से वैभव पिचड़ शामिल हैं। ये तीनों बीजेपी में शामिल हो गए थे, जबकि पिछले महीने एनसीपी महिला इकाई की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने भी भगवा पार्टी का दामन थाम लिया। पवार की पार्टी ने इसी के बाद लगभग 250 लोगों को दल में बने रहने की शपथ दिलाई।
ताजा मामले में गुरुवार (एक अगस्त, 2019) को एनसीपी की युवा इकाई ने वाजरे में शपथ समारोह का आयोजन कराया, जिसमें शिरूर से सांसद अमोल कोल्हे भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में कम से कम 250 लोगों को शपथ दिलाई गई। पार्टी प्रवक्ता अंकुश काकड़े के हवाले से ‘एचटी’ की रिपोर्ट में कहा गया, “पार्टी कार्यकर्ताओं को शरद पवार के नेतृत्व पर यकीन है। सदस्य पार्टी में बने रहेंगे और भविष्य में हमें विजयी बनाएंगे।”
एनसीपी नेता पार्थ पवार और पार्टी में शहर इकाई के अध्यक्ष चेतन तुपे भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे, जबकि गुरुवार को पार्टी प्रमुख शरद पवार सतारा जिले के दौरे पर थे। उन्होंने उस दौरान उन पार्टी नेताओं को आगे के लिए शुभकामनाएं दी, जिनके ‘दिमाग में कुछ और’ (दल-बदल का विचार) चल रहा है।
उन्होंने इस बाबत कहा, “ऐसे हालात राजनीतिक में कुछ मौकों पर आते हैं और मुझे इससे निपटने का अनुभव है। बीजेपी-शिवसेना से जुड़ने वाले एनसीपी विधायकों का आरोप है कि वे विपक्षी बेंच पर होते हुए विकास कार्य नहीं कर सके। यह साफ दर्शाता है कि सत्तारूढ़ दल प्रतिशोध की भावना से काम कर रहे हैं।”
यह पूछे जाने पर कि और कितने एनसीपी छोड़ेंगे? पवार ने कहा- मुझे नहीं पता, पर जो कार्यकर्ता सतारा से नाता रखने वाले दिवंगत उप-प्रधानमंत्री और महाराष्ट्र के पहले सीएम यशवंत राव चव्हाण की विचारधारा मानते हैं, वे ऐसा कदम नहीं उठाएंगे।