एनसीपी मुखिया शरद पवार ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है और आरोप लगाया है कि सरकार ने गुरुवार को नासिक के बाजार में प्याज लाने की अनुमति नहीं दी, क्योंकि यहां पीएम मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था। पवार ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि लोग पीएम मोदी के काफिले पर प्याज फेंक सकते हैं। पवार के अनुसार, लोग सरकार के उस फैसले से नाराज हैं, जिसमें सरकार ने पाकिस्तान से प्याज का आयात करने का फैसला किया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए गुरुवार को परभनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने ये बातें कहीं। अर्थव्यवस्था में मंदी के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए शरद पवार ने कहा कि देश में मंदी का माहौल है और यदि यह मंदी जारी रही तो इससे अर्थव्यवस्था मुश्किल में पड़ सकती है। एनसीपी मुखिया ने जनसभा के बाद एक ट्वीट में भी मोदी सरकार पर आर्थिक मंदी को लेकर निशाना साधा।
पवार ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में आने वाली नई फैक्ट्रियों की बात करते हैं, लेकिन इसकी जगह उन्हें यह बताना चाहिए कि कितनी फैक्ट्रियां बंद हुई हैं।’ हिंगोली की एक अन्य जनसभा में क्षेत्रीयता का मुद्दा उठाते हुए शरद पवार ने कहा कि “एक समय मुंबई दुनिया का सबसे बड़ा टेक्सटाइल हब था। यहां 120 टेक्सटाइल मिलें थीं, जिनमें 4 लाख कर्मचारी काम करते थे। अब उन जगहों पर 30-40 स्टोरी की बिल्डिंग दिखाई देती हैं, जहां मुझे ‘मराठी मानुष’ नहीं दिखाई देते हैं और ये संपत्ति अब दूसरे लोगों के हाथों में हैं।”
इसके अलावा शरद पवार ने किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा और कहा कि ‘महाराष्ट्र में 16,000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सरकार कंपनियों का लोन माफ कर रही है, लेकिन किसानों का नहीं। कंपनियां रोजगार देती हैं, लेकिन जो हमें भोजन देता है, उसका लोन माफ नहीं किया जा रहा है।’
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को ही नासिक में पीएम मोदी की भी रैली हुई, जिसमें उन्होंने शरद पवार और अन्य विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया। पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान हटाने के फैसले पर कहा कि इससे कश्मीर में हिंसा का दौर खत्म होगा। आर्टिकल 370 के प्रावधान हटाए जाने के विरोध करने पर पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों की आलोचनी की।