एनसीपी चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के उस दावे को नकार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीते साल शरद पवार महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा के संपर्क में थे। एनसीपी चीफ ने कहा कि यह तथ्य है कि भाजपा नेताओं ने उन्हें और उनके सहयोगियों को मनाने की कोशिश की थी, ताकि राज्य में सरकार बनायी जा सके।
शरद पवार ने खुलासा करते हुए बताया कि साल 2014 में उन्होंने भाजपा को समर्थन देने की पेशकश की थी लेकिन यह उनकी ‘राजनैतिक चाल’ थी, ताकि शिवसेना को उनसे दूर किया जा सके। शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए एक इंटरव्यू में शरद पवार ने ये बातें कहीं।
शरद पवार ने बताया कि ‘कुछ भाजपा नेताओं ने सरकार बनाने के लिए मुझसे और मेरे सहयोगियों से बात की थी। दरअसल वह शिवसेना के साथ नहीं जाना चाहते थे। उन्होंने कहा था कि मेरे पीएम मोदी के साथ अच्छे ताल्लुकात हैं और बाद में वह भी इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे और मुझे इसकी मंजूरी दे देनी चाहिए।’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जब राज्य में सरकार गठन को लेकर उठा-पटक चल रही थी, तब शरद पवार ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को लेकर तब काफी चर्चाएं हुई थीं। उस पर सफाई देते हुए शरद पवार ने कहा कि “मेरे और मेरी पार्टी के बारे में किसी भी तरह की गलत जानकारी देने से बचने के लिए मैं पीएम से संसद भवन के उनके चैंबर में मिला था और उन्हें बताया था कि हम भाजपा के साथ नहीं जा सकते हैं। यदि संभव हुआ तो हम शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे या फिर विपक्ष में बैठेंगे।”
देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि बीते साल सीएम पद गंवाने की बात को वह अभी तक पचा नहीं पाए हैं। पवार ने कहा कि ‘विपक्षी नेता को यह बात स्वीकार कर लेनी चाहिए कि वह अब सत्ता में नहीं हैं। उन्हें उन जिम्मेदारियों को स्वीकार करना चाहिए, जो लोगों ने उन्हें दी हैं। यह कहना सही नहीं है कि वह अभी तक सीएम पद गंवाने की बात को पचा नहीं पा रहे हैं।’