NCP नेता शरद पवार की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करवाया गया है। कल चेकअप के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल उन्हें ले जाया गया था। शरद पवार को लेकर बताया जा रहा है कि उन्हें गॉल ब्लैडर में दिक्कत के कारण पेट में दर्द की शिकायत थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक के अनुसार पवार पेट में दर्द के कारण असहज महसूस कर रहे थे।

डॉक्टरों ने सलाह दी है कि शरद पवार को 31 मार्च तक अस्पताल में ही रखा जाए। नवाब मलिक ने बताया कि एंडोस्कोपी और सर्जरी के बाद ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में शरद पवार को अभी रखा गया है। नवाब मलिक ने बताया कि शरद पवार को खून पतला करने की दवा दी जा रही थी लेकिन इस दिक्कत के कारण उनके उस दवा को बंद कर दी गयी है।

कैंसर को मात दे चुके हैं पवार: शरद पवार की जिंदगी में एक ऐसा भी समय आया था जब डॉक्टरों ने उन्हें कह दिया था कि अब उनकी जिंदगी मात्र छह महीने ही बची हुई है। लेकिन पवार की जिद्द के आगे कैंसर को भी हार माननी पड़ी थी। पवार ने बताया था कि 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें कैंसर का पता चला था। इलाज के लिए वो न्यूयार्क गए थे जहां उन्होंने 36 बार रेडिएशन का ट्रीटमेंट लिया था।

शरद पवार ने बताया था कि सुबह 9 से 2 बजे तक वो काम करते थे फिर 2:30 बजे अपोलो हॉस्पिटल में कीमोथैरेपी लेते थे। उन्होंने बताया था कि दर्द इतना अधिक होता था कि उन्हें घर जाकर सोना पड़ता था।

बताते चलें कि शरद पवार वर्तमान में सक्रिय राजनेताओं में काफी वरिष्ठ माने जाते हैं। एक दौर में उन्हें कांग्रेस पार्टी में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखा जाता था। बाद में सोनिया गांधी के साथ मतभेद के कारण उन्होंने अपनी अलग पार्टी का गठन किया था।