‘राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग’ के उपाध्यक्ष जॉर्ज कुरियन ने ईसाई लड़कियों के संदर्भ में गृहमंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी है और कहा है कि केरल में इन्हें लव जिहाद का शिकार बनाकर आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा रहा है। कुरियन ने कहा है कि ईसाई लड़कियां इस्लामिक चरमपंथियों के लिए सॉफ्ट टारगेट हैं। उन्होंने इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) से जांच कराने की मांग की है।

सोमवार को अपने एक पेज की चिट्ठी में जॉर्ज कुरियन ने कहा कि यह काफी जरूरी है कि गृह मंत्रालय इस खतरनाक प्रवृत्ति पर गौर करे और एनआईए को जांच का आदेश दे। साथ ही साथ कट्टरपंथियों की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए एक कारगर कानून लाए। गौरतलब है कि कुरियन ने यह बात दो ईसाई परिवारों से शिकायत मिलने के बाद कही है। अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष ने अमित शाह से कहा है कि पिछले सात साल में 4 हजार ईसाई लड़कियां लव जिहाद की शिकार हुई हैं। इन लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर जबरन धर्मांतरण कराया गया। अधिकतर मामलों में ईसाई लड़कियों का ब्रेन-वॉश किया गया।

कुरियन ने कहा कि लड़कियों की ब्लैकमेलिंग भी की गई है। उन्होंने इसके लिए कोझिकोड और दिल्ली की घटनाओं का उदाहरण दिया है। कोझिकोड के ईसाई कॉलेज की छात्रा के साथ कथित तौर पर बलात्कार का मामला सामने आया था। कथित रूप से आरोपी ने बलात्कार का वीडियो भी बनाया और धमकी देकर पीड़िता को इस्लाम कबूल करने पर मजबूर किया। वहीं, दिल्ली की एक लड़की का पश्चिम एशियाई देश में अपहरण किया गया था। गौरतलब है कि आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद जैसे दक्षिणपंथी संगठन लव जिहाद के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। मगर अब अल्पसंख्यक आयोग ने भी इस मुहिम को बल देने की मांग की है।