Naxals Attack: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मंगलवार को नक्सलियों ने सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया। इस जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए, और 14 घायल हो गए। यह वही जगह है जहां 2021 में 23 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ कोबरा और डीआरजी के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ जारी है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने घटना की पुष्टि की है।

पुलिस के मुताबिक, लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और नक्‍सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सुकमा के टेकलगुडेम गांव में मंगलवार यानी आज ही एक सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था। कैंप स्थापित करने के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, कोबरा बटालियन और स्पेशल टास्क फोर्स इलाके में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान नक्‍सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी।

नक्सलियों की इस गोलीबारी का सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्‍सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। हालांकि मुठभेड़ के दौरान तीन जवान शहीद हो गए और 14 घायल हुए हैं। घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है।

2021 में यहीं 23 जवान हुए थे शहीद

बता दें, साल 2021 में टेकलगुड़ेम के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए थे। बस्‍तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने कहा कि इलाके के लोगों को नक्सल समस्या से निजात दिलाने के लिए बस्तर पुलिस और तैनात सुरक्षा बल प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि साल 2021 में टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में भारी क्षति पहुंचने के बावजूद जनहित में पुनः हम मजबूती से टेकलगुड़ेम गांव में कैंप स्थापित कर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा एवं विकास हेतु समर्पित होकर कार्य करेंगे।

अप्रैल 2021 में बीजापुर जिले में करीब दो हजार सुरक्षाकर्मी एक नक्‍सली नेता की तलाश में थे, जब उनमें से कुछ पर हमला किया गया. अधिकारियों ने कहा था कि करीब 400 से 750 प्रशिक्षित नक्‍सलियों ने जवानों को तीन तरफ से घेरकर उन पर कई घंटों तक मशीनगन से गोलियां बरसाईं थी। साथ ही उन्‍होंने अपनी जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों के हथियार, गोला-बारूद, वर्दी और जूते लूट लिए थे। सीआरपीएफ के मुताबिक, मुठभेड़ में करीब 28-30 नक्‍सली भी मारे गए थे।