राकांपा के नेता और एमवीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नवाब मलिक को दी गई जमानत तीन माह के लिए बढ़ा दी गई है। नवाब मलिक को चिकित्सकीय आधार पर अंतरिम जमानत सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से दी गई थी। इसमें फिर से इजाफा किया गया है। नवाब मलिक को अंतरिम जमानत दो माह के लिए दी गई थी। उनकी जमानत की अवधि 13 अक्टूबर को पूरी होने वाली थी।
शीर्ष कोर्ट की डबल बेंच के सामने नवाब मलिक के वकील ने गुहार लगाई थी कि उनकी हालत अभी ठीक नहीं है। वो चिकित्सकीय लाभ ले रहे हैं। नवाब मलिक को किडनी की बीमारी है। वो फिलहाल अस्पताल में दाखिल हैं। डबल बेंच ने अपने आदेश में कहा कि वो मलिक को दी गई अंतरिम जमानत में चिकित्सकीय आधार पर इजाफा कर रहे हैं। वो ये फैसला मैरिट के आधार पर नहीं ले रहे हैं।
नवाब मलिक उद्धव ठाकरे सरकार में कद्दावर मंत्री थे। उनको एनसीपी के कोटे से कैबिनेट में जगह मिली थी। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स मामले में पकड़ा गया तो उन्होंने एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ कई ट्वीट किए थे। उसके बाद वो केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर आए। उसके बाद उनको एक जमीन के मामले में पकड़ा गया। मोस्ट वांटेड दाऊद से संबंध भी उनकी गिरफ्तारी के पीछे की वजह रहे। उसके बाद वो लगातार जेल में ही रहे।
राकांपा नेता ने पहली दफा जमानत की याचिका तब लगाई जब स्पेशल कोर्ट ने उनके खिलाफ दायर चार्जशीट का संज्ञान लिया था। मई 2022 में उन्होंने रेगुलर बेल के लिए एप्लाई किया था। उसी साल नवंबर में उनकी याचिका खारिज हुई तो वो हाईकोर्ट पहुंचे। हाईकोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड पर बेल की लिए दी गई उनकी अर्जी को भी खारिज कर दिया था। उसके बाद वो सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। वहां से अगस्त में उनको दो माह की अंतरिम जमानत मिली थी।