नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस के लिए ही हमेशा से ही मुश्किलें खड़ी करते रहे हैं। एक तरफ जहां पंजाब में कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के मोर्चे पर माथापच्ची में जुटी हुई है, तो दूसरी ओर अब नवजोत सिंह सिद्धू ने ही कांग्रेस के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी हैं। सिद्धू पार्टी की अहम बैठकों तक में शामिल नहीं हो रहे हैं और पंजाब कांग्रेस यूनिट परेशान है। सूत्रों के मुताबिक पंजाब कांग्रेस ने सिद्धू की शिकायत सीधे कांग्रेस आलाकमान से कर दी है।

खबरें हैं कि कांग्रेस की पंजाब यूनिट के कई वरिष्ठ नेताओं ने सिद्धू के रवैए पर नाराजगी जाहिर की है। इन नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि सिद्धू के खिलाफ अनुशासनहीनता को लेकर सख्त कार्रवाई की जाए। पंजाब कांग्रेस द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धू पार्टी लाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, बल्कि अलग ही खिचड़ी पकाने में लगे हैं।

नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस की चुनाव समिति के सदस्य है, लेकिन फिर भी वे 1 फरवरी को हुई बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इस बैठक से हटकर उन्होंने एक अलग ही बैठक की थी, जिसकी तस्वीरें भी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर की थीं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सिद्धू पंजाब कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं।

दो नेताओं पर हो चुकी है कार्रवाई

सूत्रों का यह भी कहना है कि सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रभारी और महासचिव देवेंद्र यादव की कॉल्स और उनके मैसेजेस तक का जवाब नहीं दिया है। बता दें कि इससे पहले बिना पार्टी की इजाजत के मोगा में सिद्धू की एक रैली का आयोजन करना भी विवादों का हिस्सा है। इस मामले में पंजाब के कांग्रेस चीफ अमरिंदर सिंह राजा वाडिंग ने पूर्व विधायक महेशइंदर निहालसिंहवाला और उनके बेटे धर्मपाल सिंह को पार्टी से निलंबित तक कर दिया था।

सोशल मीडिया पर शेरो-शायरी

एक तरफ जहां सिद्धू पार्टी से अलग खिचड़ी पका रहे हैं, तो दूसरी ओर वो सोशल मीडिया पर शेरो शायरी भी कर रहे हैं। हाल ही में सिद्धू ने एक्स पर लिखा कि ये दबदबा, ये हकूमत, ये नशा, ये दौलत! सब किरायेदार हैं, मकान बदलते रहते हैं! वहीं कुछ दिन पहले उन्होंने एक्स पर ही लिखा था कि, हुनर होगा तो दुनिया कद्र करेगी, एड़ियां उठाने से किरदार ऊँचे नहीं होते। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या एक बार फिर पंजाब की राजनीति में नवजोत सिंह सिद्धू फिर पलटी मारकर बीजेपी में जा सकते हैं?