कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए समन भेजा है। नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वायनाड से सांसद राहुल गांधी को 8 जून को पेश होने के लिए ईडी ने समन भेजा है। वहीं ईडी द्वारा समन भेजे जाने के बाद कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि हम झुकने वाले नहीं हैं।

कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में पुष्टि की कि यदि आवश्यक हुआ तो सोनिया गांधी सम्बंधित तारीख पर पेश होंगी, लेकिन पार्टी जांच एजेंसी को पत्र लिखकर राहुल गांधी के लिए अलग डेट की मांग करेगी, क्योंकि अभी वह विदेश गए हैं और अगर आ जाएंगे तो उसी डेट पर पेश होंगे। अभिषेक मनु संघवी ने यह भी कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग या किसी मनी एक्सचेंज का कोई सबूत नहीं है। सिंघवी ने कहा कि सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। हमें डराने के लिए ऐसा किया जा रहा है। लेकिन हम न डरेंगे और न झुकेंगे।

वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “अंग्रेजी हुकूमत को जड़ से उखाड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने साल 1937 में नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला। अंग्रेजो को इस अखबार से इतना खतरा महसूस हुआ कि उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान नेशनल हेराल्ड पर बैन लगा दिया। आज फिर आज़ादी के आंदोलन के इस आवाज को दबाने का घिनौना षड्यंत्र रचा जा रहा है जिसके मुखिया स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है और उनका हथियार ED है।”

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बिना नाम लिए पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कायरतापूर्ण साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि साफ़ पता चलता है कि “तानाशाह” डर गया।

यह मामला कांग्रेस से सहायता प्राप्त ‘यंग इंडियन’ में कथित वित्तीय अनियमितता की जांच के सिलसिले में हाल में दर्ज किया गया था। समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड, यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड का ही हिस्सा है। अभिषेक सिंघवी ने कहा कि 2015 में ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले की जांच को बंद कर दिया था। लेकिन फिर सरकार को रास नहीं आया और संबंधित ईडी अधिकारियों को हटा दिया गया। सरकार नए अधिकारियों को लेकर आई और उन्होंने मामले को फिर से खोल दिया है।