कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में बुधवार (27 जुलाई, 2022) को तीसरे दिन पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने वित्तीय लेनदेन के मामले को लेकर वोरा पर ठीकरा फोड़ा। जैसा की राहुल गांधी ने ईडी से पूछताछ में बताया था। वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम नरेश, दीपेंद्र हुड्डा सहित कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है।
ईडी ने पूछताछ के पहले दो दिनों में सोनिया गांधी से एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े वित्तीय लेनदेन के बारे में पूछा। पार्टी अध्यक्ष ने पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों को बताया कि वित्त संबंधी सभी मामलों को दिवंगत मोती लाल वोरा देखते थे। वोरा का 2020 में निधन हो गया और वह कांग्रेस पार्टी के सबसे लंबे समय तक कोषाध्यक्ष रहे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी से जब वित्तीय पहलुओं के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने भी अधिकारियों को यह ही बताया कि सभी लेनदेन वोरा द्वारा ही किए जाते थे। ईडी के सामने राहुल और सोनिया के अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन कुमार बंसल ने भी यही नाम लिया था।
यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से व्यक्तिगत लाभ से संबंधित प्रश्नों पर राहुल ने जून के महीने में ईडी से पूछताछ के दौरान अधिकारियों को बताया था कि यंग इंडिया एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जिसे कंपनी अधिनियम के विशेष प्रावधान के तहत शामिल किया गया था। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता ने कहा कि इसमें से एक पैसा भी नहीं निकाला गया है।
सोनिया गांधी से दो दिनों की पूछताछ में 8 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी। एजेंसी द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ का यह तीसरा दिन है और राहुल से जून में 5 दिनों में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी।
ईडी की राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछताछ कांग्रेस द्वारा प्रचारित यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है।