नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला एक बार फिर से कश्मीर मुद्दे को लेकर विवादों में घिर गए हैं। जम्मू कश्मीर के जिस झंडे को धारा 370 के खत्म होते ही मान्यता खत्म कर दी गई थी, वो फारूक अब्दुल्ला की गाड़ी पर लगी दिखी है। उनकी गाड़ी की फोटो सामने आने के बाद से लोग उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि तिरंग क्यों स्वीकार नहीं है।
पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने इस फोटो को ट्वीट किया है। उन्होंने फोटो शेयर करते हुए लिखा- “तिरंगा नहीं स्वीकार। पूरे जम्मू-कश्मीर में तिरंगा लहरा रहा है लेकिन फारूक अब्दुल्ला को तिरंगा स्वीकार नहीं। फारूक संसद में अपनी गाड़ी पर आज भी जम्मू-कश्मीर का वो झंडा लगाकर पहुंचे जो अब वैध नहीं है”।
फिल्मकार अशोक पंडित ने भी नेशनल कांफ्रेंस के नेता की इस कदम की ओलोचना की है। उन्होंने लिखा- फारूक अब्दुल्ला को संसद जाने के दौरान अपने वाहन पर तत्कालीन जेके राज्य ध्वज का उपयोग करने के लिए संसद से निलंबित कर दिया जाना चाहिए”।
ट्विटर यूजर एम के जवाली (@mkjawali) ने लिखा- जो भारत में धन बटोरने के लिए रहता हो, जिसकी फंडिंग विदेश से होती है, जिस का परिवार विदेश मे रहता हो, जिस का दिल पाकिस्तान के लिए धड़कता हो, जिस का जीवन ही आतंकवादियों की पैरवी करने से चलता हो, वो भारत के झंडे को क्यों अपनायेगा”?
अशोक श्रीवास्तव ने ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए मनीष (@manish46589) ने कहा- कैसा झंडा? 370 खत्म झंडा खत्म। उस कढ़ाई किये हुए कतरन को झंडा कह कर आप उसे असंवैधानिक मान्यता या स्वीकार्यता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। उस चीथड़े को कोई गाड़ी पर लगाए या पोछे निचोड़े क्या फर्क पड़ता है”?
इसी ट्वीट पर शक्ति श्रीवास्तव (@ShaktiSrivastv) ने रिप्लाई करते हुए लिखा- “तो गद्दार क्यों नहीं घोषित करते? जेल में डालिये रासुका लगाइये अभी आम आदमी कोई पाकिस्तान का लहरा दे तो तुरंत जेल, नेता क्या सबसे ऊपर हैं”?
दरअसल नेशनल कांफ्रेंस के नेता और सांसद फारूक अब्दुल्ला बुधवार को अपने वाहन पर जम्मू-कश्मीर का पुराना झंडा गाड़ी में लगाकर संसद पहुंचे थे। इस झंडे की मान्यता धारा 370 के खत्म होते ही खत्म हो गई थी।