Coronavirus (COVID-19) को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार और डॉक्टर्स द्वारा लोगों से घरों में रहने की अपील देश भर के कई हिस्सों में शनिवार शाम तक बेअसर सी लगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि बार-बार कहने के बाद भी काफी लोग रेल/बस यात्राएं करते और बाहर घूमने-फिरते व निकलते देखे गए। हैरत की बात है कि ऐसे ही कई लोगों में कुछ कोरोना संक्रमित भी थे, जिन्होंने रेल यात्राएं कीं।

Indian Railways के मुताबिक, कम से कम कोरोनावायरस से संक्रमित 12 लोगों ने 13 से 16 मार्च के बीच रेल सफर किया था। ऐसे में रेलवे ने सलाह देते हुए अपील की कि लोग हर तरह की यात्रा से बचें, ताकि वह इस संक्रामक बीमारी की चपेट में न आएं।

भारतीय रेल ने ट्वीट कर कहा, “रेलवे ने कुछ केस ऐसे पाए हैं, जिनमें कोरोना से संक्रमित यात्रियों ने जोखिम लेते हुए ट्रेन सफर किया। कोशिश करें कि रेल सफर से बचें, क्योंकि हो सकता है कि आपका सह-यात्री कोरोना से संक्रमित हो और आप उससे वायरस की चपेट में आ जाएं। हर तरह की यात्रा से बचें और खुद को और अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखें।”

रेलवे का यह ट्वीट ऐसे वक्त पर आया है, जब देश में ‘कोरोना’ के केस शनिवार शाम पांच बजे तक बढ़कर 283 पर पहुंच गए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इस आंकड़े में चार मौतें भी शामिल हैं।

फिलहाल महाराष्ट्र में COVID-19 के सबसे अधिक मामले (52) मिले हैं, जिनमें तीन विदेशी भी हैं। राज्य स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे ने ताजा अपील में कहा कि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बचें और कड़े कदम उठाएं, ताकि वे इस संक्रमण की चपेट में न आएं।

हाथ पर पृथक रखे जाने की मुहर लगी 2 लोग ट्रेन से उतारे गएः महाराष्ट्र के पालघर जिले में गुजरात जा रही एक ट्रेन में सफर कर रहे पुरुष और एक महिला को शनिवार सुबह उतार दिया गया। दोनों के हाथ पर पृथक (आइसोलेट) रखे जाने की मुहर लगी थी। राज्य सरकार कुछ विदेशों से आ रहे यात्रियों की कलाई पर मुहर लगा रही है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिन लोगों के हाथों पर यह मुहर लगाई जा रही है उन्हें दो हफ्तों के लिए घर पर पृथक रहना होता है।

पश्चिम रेलवे की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि ये दोनों यात्री दुबई से लौटे थे। इसमें कहा गया कि पुरुष इंटरसिटी एक्सप्रेस की जनरल बोगी में सफर कर रहा था वहीं महिला आरक्षित कोच में सफर कर रही थी। विज्ञप्ति में बताया गया कि कुछ सह यात्रियों ने देखा कि उनके हाथों पर पृथक रहने की मुहर लगी हुई थी, जिसके बाद उन्होंने रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी। (भाषा इनपुट्स के साथ)