प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के लोगों से बदलाव के लिए मतदान करने की अपील करते हुए कहा कि यह ‘बीमारू राज्य’ बन गया है। इसे इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए कांग्रेस को उखाड़ फेंका जाना चाहिए। मोदी ने बिहपुरिया और बोकाहाट विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के लोगों ने भाजपा को वोट देने का फैसला कर लिया है। लेकिन यह सुनिश्चित करिए कि भाजपा दो तिहाई बहुमत से सत्ता में आए ताकि हम असम को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए दिल खोलकर काम कर सकें। उन्होंने कहा- सभाओं में बड़ी तादाद में महिलाओं की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि राज्य में कांग्रेस के दिन अब पूरे हो चुके हैं। इस चुनाव में उसके पास कोई मौका नहीं बचा है। असम अब बीमारू राज्य है और सारी बीमारी व परेशानी की जड़ कांग्रेस है। इसलिए किसी भी कीमत पर उसे उखाड़ फेंका जाना चाहिए। चाय उत्पादक राज्य में रैली में उपस्थित लोगों से करीबी संपर्क बनाने का प्रयास करते हुए मोदी ने कहा कि वे शुरुआती दिनों में लोगों में ऊर्जा का संचार करने के लिए उनकी चाय बेचा करते थे। इससे असम के लोगों के साथ उनका विशेष संबंध है।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ने 10 साल तक इस राज्य का प्रतिनिधित्व किया। लेकिन अब लोगों को याद दिलाना पड़ता है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने उनकी नुमाइंदगी की थी। उन्होंने कहा- असम लोगों के साथ घोर अन्याय हुआ है। उनकी आकांक्षाओं को कुचल दिया गया है। असम के युवाओं के पास अपार क्षमता है। उनको वंचित रखा गया है। यह सभी गलतियों को सुधारने का समय है। मेरे तीन एजंडे हैं- विकास, तीव्र विकास और सर्वांगीण विकास। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने राज्य में आधारभूत संरचना के विकास के लिए पूर्व सरकार की तुलना में कई गुना अधिक कोष आबंटित किया।
गोगोई के राज्य में चुनाव को अपने और मोदी के बीच सीधा मुकाबला बताने पर प्रधानमंत्री ने कहा- कांग्रेस के नेता जो कुछ वर्षों में 90 साल के होने वाले हैं, वे कहते हैं कि उनकी लड़ाई मोदी से है। आदरणीय मुख्यमंत्री जी, आप वरिष्ठ हैं और मैं छोटा हूं। मैं आपके प्रति सम्मान प्रकट कर सकता हूं। हमारी संस्कृति में छोटे अपने बड़े से लड़ते नहीं हैं और बड़े, छोटों को आशीर्वाद देते हैं। मोदी ने कहा- मेरी लड़ाई गोगोई से नहीं है बल्कि असम में गरीबी, भ्रष्टाचार और बर्बादी के खिलाफ है। मैं किसी व्यक्ति के खिलाफ लड़ाई में नहीं उतरा हूं। उन्होंने कहा कि असम को चार-छह लेन की सड़कों, रेल संपर्क और जलमार्गों की जरूरत है ताकि लोगों की आवाजाही और वस्तुओं का लाना-ले जाना सुनिश्चित हो सके। उन्होंने राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल की तारीफ करते हुए उन्हें एक सुयोग्य मंत्री बताया।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में घुसपैठ से जुड़े जटिल मुद्दे का कोई उल्लेख नहीं किया जिसे भाजपा नीत राजग ने चुनाव में प्रमुख विषय बनाया है। उन्होंने विकास और असम में ठीक ढंग से प्रगति नहीं करने के विषय को ही उठाया। मोदी ने असम के मतदाताओं से भाजपा और उसके सहयोगी दलों को पांच साल का कार्यकाल देने को कहा ताकि राज्य में कांग्रेस के 60 वर्षों के कुशासन से छुटकारा मिल सके। कैग की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गोगोई सरकार ने धन कहां खर्च किया, इसकी जानकारी नहीं दी। लोग इसका जवाब चार अप्रैल को ईवीएम मशीन के जरिए दें।