Narela (Delhi) Election/Chunav Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है। पार्टी के कई बड़े दिग्गज चुनाव हार गए हैं। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। वहीं, बात नरेला विधानसभा सीट की करें, तो इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने शरद चौहान को प्रत्याशी बनाकार चुनाव मैदान में उतारा था, जबकि बीजेपी ने राज करन खत्री और कांग्रेस ने अरुणा कुमारी को टिकट दिया था।

नरेला सीट पर कुल 22 राउंड में वोटों की गिनती होनी थी, जो दोपहर 3:30 बजे तक समाप्त हुई। इसके साथ ही बीजेपी नेता राज करन खत्री ने कुल 87,215 वोट पाकर आप नेता शरद चौहान को 8,596 वोटों से हरा दिया है। आप नेता ने कुल 78,619 वोट हासिल किए हैं।

यहां देखें नरेला सीट पर हर-पल की अपडेट

समयआप से शरद चौहानबीजेपी से राज करन खत्रीकांग्रेस से अरुणा कुमारी
9:30 बजे3,174 कुल वोट4,602 कुल वोट (1,428 वोटों से आगे)
603 कुल वोट
सुबह 10:15 बजे9,632 कुल वोट13,321 कुल वोट (3,689 वोटों से आगे)
1,111 कुल वोट
सुबह 10:30 बजे12,836 कुल वोट17,406 कुल वोट (4,570 वोटों से आगे)1,318 कुल वोट
सुबह 11 बजे20,349 कुल वोट25,951 कुल वोट (5,602 वोटों से आगे)1,854 कुल वोट
दोपहर 12 बजे30,577 कुल वोट37,832 कुल वोट (7,255 वोटों से आगे)2,484 कुल वोट
दोपहर 12:30 बजे38,963 कुल वोट45,786 कुल वोट (6,823 वोटों से आगे)3,086 कुल वोट
दोपहर 2:30 बजे71,154 कुल वोट77,755 कुल वोट (6,601 वोटों से आगे)5,924 कुल वोट
दोपहर 3:30 बजे78,619 कुल वोट87,215 कुल वोट (8,596 वोटों से जीते)6,782 कुल वोट

नरेला विधानसभा चुनाव 2020 परिणाम

2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के शरद चौहान को नरेला से जीत मिली थी। शरद चौहान ने 17,429 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व विधायक नील दमन खत्री को हराया था। कांग्रेस यहां पर तीसरे स्थान पर रही थी। आप के शरद चौहान को 86,262 वोट मिले थे, बीजेपी के नील दमन खत्री को 68,833 वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस के सिद्धार्थ कुंडू को 6,270 वोट मिले थे। इस सीट पर कुल 67.3% वोट पड़े थे।

यहां जानिए सभी 70 विधानसभा सीटों पर प्रमुख प्रत्याशियों के नाम

नरेला विधानसभा चुनाव परिणाम

वहीं, 2015 के चुनाव में आप के शरद चौहान ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 96,143 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर रहे बीजेपी के नील दमन खत्री को 55,851 वोट मिले थे। वही, कांग्रेस के प्रवीण कुमार भुगरा को 4,643 वोट के साथ तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। नरेला विधानसभा सीट पर सबसे अधिक बार कांग्रेस को सफलता मिली है। कांग्रेस पार्टी को इस सीट पर साल 1993 से अब तक तीन बार सफलता मिली है। बीजेपी ने दो बार वहीं पिछले दो चुनावों से आम आदमी पार्टी को यहां जीत मिली है।

क्या हैं नरेला के मुद्दे?

इस सीट पर जाट वोटर्स का बहुत प्रभाव है। हरियाणा से सटे होने के कारण यहां हरियाणा के राजनीतिक दलों का भी प्रभाव रहा है। नरेला के आस पास सबसे अधिक ग्रामीण इलाके हैं। इस सीट पर जीत हार में यही ग्रामीण वोटर्स बड़ी भूमिका निभाते हैं।

सार्वजनिक परिवहन की बेहतर सुविधा के लिए बीते महीनों में दिल्ली मेट्रो की रिठाला से नरेला होते हुए आगे कुंडली तक मेट्रो लाइन के विस्तार की अनुमति मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मेट्रो लाइन के निर्माण कार्य का शुभारंभ भी कर दिया है। नरेला विधानसभा सीट के अंदर करीब बीते दो दशक से भी मेट्रो के की मांग की जा रही थी। पानी निकासी से लेकर जाम और गंदगी यहां के प्रमुख मुद्दे हैं।