Maharashtra Elections: महाराष्ट् विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के बाद सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने भी अपने 45 उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी है। महायुति गठबंधन पूरी तरह से फ्रंटफुट पर नजर आ रहा है, जबकि विपक्षी गठबंधन MVA सीट शेयरिंग को लेकर अभी आधिकारिक रूप से कुछ भी तय नहीं हो पाया है।
अब खबरें हैं कि उद्धव गुट की शिवसेना और कांग्रेस के बीच जो टकराव था, वह खत्म हो गया है और बुधवार को गठबंधन के नेता सीट शेयरिंग पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं, जिसमें गठबंधन तीन प्रमुख दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बड़ा ऐलान कर सकता है।
दरअसल, सूत्र बताते हैं कि लंबे विवाद और मनमुटाव के बाद महाविकास अघाड़ी ने बीती रात विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे के अपने फॉर्मूले को तय कर लिया है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस 105 सीटों, शिवसेना (यूबीटी) 95 और एनसीपी (एसपी) 84 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अन्य चार सीटें छोटे सहयोगी दलों को दी जाएंगी।
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लोकसभा चुनाव से अलग है MVA का फॉर्मूला
सीट बंटवारे का लेकर यह फॉर्मूला चार महीने पहले खत्म हुए लोकसभा चुनाव से काफी अलग है। उस दौरान सबसे ज्यादा सीटों पर शिवसेना ने चुनवाव लड़ा था, जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसरे पर एनसीपी (शरद चंद्र पवार) थी। लोकसभा में शिवसेना यूबीटी ने 21, कांग्रेस ने 17 और एनसीपी (शरद चंद्र पवार) ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
बालासाहेब थोराट ने की थी उद्धव और शरद पवार से मुलाकात
बता दें कि पिछले कई हफ्तों से सीट बंटवारे पर चल रही बातचीत में टकराव देखने को मिला था। ऐसे में सोमवार को एक बार से शुरू हुई तीनों दलों की बैठक में कांग्रेस की तरफ से नियुक्त कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी।
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बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान किसी भी मुद्दे पर तनाव नहीं चाहता था, जिसके चलते कांग्रेस और उद्धव गुट के बीच तीखी बयानबाजी होने पर, कांग्रेस ने सीट शेयरिंग पर बातचीत के लिए नाना पटोले को पीछे लाकर बालासाहेब थोराट को बातचीत के लिए आगे किया।
सभी के पास हैं मजबूत दावेदार
बीते दिन बालासाहेब थोराट ने शरद पवार से बातचीत के बाद कहा कि कुछ सीटें बचीं हैं, जिन पर चर्चा की जरूरत है। उनका कहना है कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है बस तीनों दलों के पास मजबूत दावेदार हैं, जिसके चलते सभी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादातर सीटों पर मतभेदों को सुलझा लिया है।