Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी लड़ाई तल्ख होती जा रही है और अब विपक्ष गठबंधन ने जो इल्जाम लगाया है, उसकी छींटे चुनाव आयोग तक जा रही है। महाविकास अघाड़ी का आरोप है कि सत्ताधारी गठबंधन ने सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते हुए विपक्षी दलों को वोट देने वाले लोगों का नाम वोटर लिस्ट से ही हटा दिया है।

महाविकास अघाड़ी का आरोप हैं कि महायुति सरकार ने एक नहीं बल्कि हर विधानसभा से 2500 से 10000 वोटर्स का नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया है। इसके लिए विपक्ष ने सीधे तौर पर महायुति सरकार की प्रमुख घटक दल यानी बीजेपी पर निशाना साधा है।

कांग्रेस नेता नाना पटोले ने दी चेतावनी

दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा है कि बीजेपी हारे हुए लोगों का खेल खेल रही है। उसे एहसास हो गया है कि वह हार रही है और इसीलिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। हम सरकार को चेतावनी देते हैं कि महाराष्ट्र के लोग उन्हें नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि फॉर्म नंबर 7 को ऑनलाइन स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि विपक्षी मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं।

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बता दें कि चुनाव के दौरान फॉर्म नंबर 7 का इस्तेमाल आपत्तियां दर्ज करके मौजूदा मतदाता सूची से नाम हटवाने के लिए किया जाता है। MVA प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात करेगा और मांग करेगा कि ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से नाम हटाने की प्रक्रिया बंद की जाए।

डीजीपी को लेकर चुनाव आयोग से सवाल

विपक्ष गठबंधन के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि हम महाराष्ट्र के लोगों से अपील करते हैं कि वे 29 अक्टूबर को प्रकाशित होने वाली अंतिम मतदाता सूची में अपना नाम जांच लें। नाना पटोले ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त मुंबई आए थे और कहा था कि मतदान प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए लेकिन महाराष्ट्र में अभी जो हो रहा है, वह चौंकाने वाला है।

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उन्होंने कहा कि हम राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलकर मांग कर रहे हैं कि इसे रोका जाना चाहिए। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस ‘साजिश’ में शामिल हैं।

एनसीपी (SP) नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने पूछा कि चुनाव आयोग ने रश्मि शुक्ला को अभी तक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद से क्यों नहीं हटाया है। आव्हाड ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने डीजीपी को हटा दिया था, लेकिन वह उस डीजीपी को हटाने के लिए कार्रवाई नहीं कर रहा है जिस पर फोन टैपिंग का आरोप है।