Sambhal News: संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर जमकर राजनीति हो रही है। अब यूपी के कैराना की सांसद इकरा हसन ने भी इस मसले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मंगलवार को न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में संभल की घटना को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। इकरा हसन ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
इकरा हसन ने कहा, “आज हम संविधान दिवस मना रहे हैं और दूसरी तरफ राज्य सरकार हर दिन संविधान का उल्लंघन कर रही है। जिस तरह से पांच लोग मारे गए हैं, मैं बहुत दुखी हूं कि बीजेपी देश हमारे देश को कहां ले जा रही है।”
उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश के आधार पर सर्वे हुआ। सर्वे एक बार हो चुका था, शांतिप्रिय तरीके से हो चुका था लेकिन यह बात यूपी सरकार को पची नहीं, इसके बाद दोबारा सर्वे के लिए टीम भेजी गई, जिसके साथ नारे वाले लोग भेजे गए। जिन्होंने हर तरह के नारे लगाकर वहां पर माहौल बिगाड़ना चाहा, जिसके विरोध में वहां कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना चाहा। विरोध करने का अधिकार भी हमें संविधान से ही मिला है।
‘हम अपने लोगों में जाकर हिम्मत देने का काम करेंगे’
इकरा हसन ने कहा कि इसके बाद जिस तरह से प्रशासन ने एक्शन लिया है, वह बहुत ही शर्म की बात है। जिस भी अधिकारी का इसमें हाथ है, उसपर एक्शन लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार किसी तरह से राज्य का माहौल बिगाड़कर आगजनी करवाना चाहती है। हम अपने लोगों में जाकर हिम्मत देने का काम करेंगे। कोर्ट को हर उस अधिकारी पर एक्शन लेना चाहिए, जिसका इस घटना में हाथ रहा है।
संभल हिंसा पर क्या बोली समाजवादी पार्टी?
सपा प्रमुख अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे समय में संविधान दिवस मनाना सही नहीं है जब संभल में लोगों की जान चली गई। उन्होंने संविधान दिवस पर कहा, “संविधान का सच्चा उत्सव तब है, जब हम उसका पालन करें।” उन्होंने कहा, “हम समाजवादी हैं, बाबासाहेब बी.आर. आंबेडकर का संविधान हमारी रक्षा करता है और हमें हमारे अधिकार देता है। हम संविधान का सम्मान करते हैं लेकिन ऐसे समय में जश्न मनाना सही नहीं है जब संभल में कई लोगों की जान चली गई है।”
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