महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा विवाद के बाद सीएम उद्धव ठाकरे बीजेपी पर खासे तल्ख हैं। शनिवार को शिवसेना की रैली में उन्होंने जम्मू कश्मीर में हुई राहुल भट्ट की हत्या का जिक्र कर बीजेपी से पूछा कि अब क्य़ा करोगे। MVA सरकार के मुखिया ने पूछा कि क्या वहां जाकर बीजेपी के नेता हनुमान चालीसा पढ़ने वाले हैं? उनके तेवर किस कदर तल्ख थे कि उन्होंने यहां तक कहा कि 2019 में जब गठबंधन तोड़ा तभी गधों को लात मार दी थी। वो पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के उस बयान का जिक्र कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना गधाधारी हिंदुत्व वाली पार्टी है।

उद्धव का कहना था कि महंगाई पर कोई चर्चा नहीं की जा रही। देश का आम आदमी दो जून की रोटी के लिए भी तरस रहा है। मोदी फ्री राशन तो दे रहे हैं पर क्या लोग सूखा ही अनाज खाएंगे। उनका कहना था कि एक बार अटल बिहारी वाजपेयी बैलगाड़ी पर सवार हो संसद पहुंचे थे, क्योंकि तेल 7 पैसे महंगा हो गया था। आज बीजेपी कुछ नहीं बोल रही जब तेल 100 के पार चला गया है। आज वाजपेयी वाली बीजेपी खत्म हो गई है।

वो बोले कि हमने इनके साथ जाकर अपने 25 साल जाया कर दिए। बीजेपी फेक हिंदुत्व वाली पार्टी है। ये हमारे साथ थे हमें इस बात का हमेशा दुख होता है। उनका कहना था कि इन लोगों को सत्ता के लिए देश को नर्क बना दिया है। वो बोले कि बाला साहेब ने हमें सिखाया था कि मंदिरों में घंटा बजाने वाला हिंदू शिवसेना को नहीं चाहिए। हमें वो हिंदू चाहिए जो आतंकियों को करारा जवाब दे।

शिवसेना सुप्रीमो का सवाल था कि बीजेपी बताए कि उसने हिंदुओं के लिए क्या किया। उनका कहना था कि बाबरी को गिराने में शिवसेना का सबसे बड़ा रोल था। हमारी रगों में भगवा खून बहता है। वो बोले कि हम कांग्रेस के साथ चले गए तो क्या हिंदू नहीं रहे। जो दल बीजेपी के साथ हैं उनका क्या। नीतीश कुमार पर क्या कहेंगे जो लाउड स्पीकर पर खुलेआम बीजेपी की आलोचना करते हैं।

शिवसेना सुप्रीमो का कहना था कि देश में हालात बेहद खतरनाक हैं। हमने इन्हें भरोसा करके वोट दिया था लेकिन बीजेपी ने लोगों की पीठ में छुरा घोंपा है। अगर दाऊद इब्राहिम बीजेपी में शामिल हो जाए तो वो भी पवित्र हो जाएगा। ये अपना मतलब साधने के लिए दाऊद को भी टिकट दे देंगे। उनका कहना था कि कोरोना के समय उनकी सरकार ने बेहतरीन काम करके दिखाया। लोगों की देखभाल कर बीमारी को और ज्यादा फैलने से रोक दिया।

नवनीत राणा दंपत्ति और राज ठाकरे का उदाहरण देकर उद्धव ने केंद्र को चेताया कि केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करना बंद कर दो। अगर मेरे लोगों को कोई नुकसान होगा तो जवाब हमारी तरफ से भी दिया जाएगा। उनका कहना था कि केंद्र सरकार राजनीति के लिए झूठे केस दर्ज कर रही है।