मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक भी संपन्न हो गई है। इस बैठक में 28 दलों ने हिस्सा लिया, कई मुद्दों पर मंथन किया और इसके बाद मीडिया से बात करते हुए बड़े बयान दिए। एक तरफ राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का चुटीला अंदाज देखने को मिला, तो वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लद्दाख की जमीन पर चीन के कब्जे वाले बयान से फिर सियासी तापमान को बढ़ाया। वहीं अरविंद केजरीवाल ने अपने छोटे संबोधन में बेरोजगारी और अडानी जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखे।
जानिए मुंबई बैठक में नेताओं द्वारा बोले गए बड़े बयान-
- मुंबई बैठक में एक बार फिर लालू प्रसाद यादव सुर्खियों में रहे। उनकी तरफ से चुटीले अंदाज में ना सिर्फ मोदी सरकार पर हमल किया गया, बल्कि राहुल गांधी के पक्ष बैंटिंग भी की गई। लालू ने कहा कि इन लोगों ने काफी झूठ बोला। ये बोलते थे कि हमारा पैसा स्विस बैंक में है और उस पैसे को वापस लेकर आएंगे। बाद में इन्होंने इसी नाम पर सभी गरीबों के बैंक खाते खुलवा दिए. कहते थे कि सभी के अकाउंट में 15-15 लाख रुपये डाल देंगे। इस वजह से हमने भी खाता खुलवा लिए, हम भी झांसे में आ गए।
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि इंडिया गठबंधन कोई 28 दलों का नहीं है, बल्कि ये तो पूरे देश के साथ एक अटूट रिश्ता है। उनकी तरफ से कहा गया कि देश में इस समय बेरोजगारी चरम पर चल रही है, डिग्री लेने के बाद भी नौकरियां नहीं मिल रही हैं। लेकिन दूसरी तरफ हम आजाद भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार देख रहे हैं। ये लोग इस समय कोशिश कर रहे हैं कि हमारे गठबंधन को किसी तरह तोड़ दिया जाए।
- अब बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बड़ा बयान दिया। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया कि ये सरकार इस समय इंडिया गठबंधन से घबरा गई है। पूरी संभावना है कि ये समय से पहले चुनाव करवाने की कोशिश करे। उनके मुताबिक वर्तमान में जो केंद्र में बैठे हैं, उनका हारना तो तय है। ये लोग बस इतिहास बदलने पर लगे हैं, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।
- नीतीश कुमार ने अपने संबोधन के दौरान एक आरोप ये भी लगा दिया कि मोदी सरकार द्वारा काम कुछ नहीं किया गया है,लेकिन प्रचार लगातार चल रहा है। प्रेस भी उन्हीं के कामों को बस छापने का काम कर रही है। नीतीश ने साफ कहा कि बिना किसी काम के भी मोदी सरकार की तारीफ की जा रही है, सरकार की तरफ से भी प्रचार पर फोकस दिया जा रहा है।
- अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपने संबोधन में इन्हीं मुद्दों पर विस्तार से बात की। उनकी तरफ से अडानी मुद्दे को उठाया गया, कहा गया कि वर्तमान सरकार की सोच ये है कि गरीबों से पैसा लेकर अपने कुछ खास दोस्तों को दे दिया जाए। राहुल ने यहां तक कह दिया कि अब क्योंकि इंडिया एकजुट हो चुका है, ऐसे में विपक्ष को हराना बीजेपी के लिए नामुमकिन होने जा रहा है।
- राहुल गांधी ने एक बयान में अपने लद्दाख दौरे का भी जिक्र कर दिया। उनकी तरफ से बोला गया कि उन्होंने लद्दाख जाकर वहां के लोगों से खुलकर बात की है। उनके मतुाबिक लद्दाख की कुछ जमीन पर चीन ने अपना कब्जा कर लिया है। जोर देकर कहा गया कि वहां की जनता ने खुद उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी दी।
- कांग्नेस नेता राहुल गांधी ने अडानी मामले पर भी मोदी सरकार को घेरने का काम किया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अडानी के बीच में जो रिश्ता है, उसके बारे में मैंने कल बोला है। 1 बिलियन डॉलर भारत से बाहर गए हैं और वापस आया है। पीएम मोदी जी20 करवा रहे हैं। उन्हें अडानी मामले में जांच करवानी चाहिए।