महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बारिश के कारण लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मंगलवार यानी 19 अगस्त को लगातार चौथे दिन मुंबई और उसके पड़ोसी जिलों में मूसलाधार बारिश जारी रही। शहर के कई इलाकों में 24 घंटों के दौरान 300 मिमी से ज़्यादा बारिश हुई। एक हफ्ते से भी कम समय में मुंबई में अगस्त के लिए औसत मासिक बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मुंबई में अगस्त के महीने में आमतौर पर 566 मिमी होती है। मुंबई में इस हफ़्ते हुई बारिश जुलाई में हुई कुल बारिश के लगभग बराबर है। जुलाई आमतौर पर शहर का सबसे ज़्यादा बारिश वाला महीना होता है। शहर के सांताक्रूज स्टेशन पर इस साल पूरे जुलाई महीने में 798 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पिछले चार दिनों में शहर में 791 मिमी बारिश हुई है।

भारी बारिश के कारण पेड़ गिरने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पूरे शहर में आवागमन ठप हो गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछले दो दिनों में महाराष्ट्र में 12-14 लाख हेक्टेयर में बोई गई फसलें बारिश से प्रभावित हुई हैं। नांदेड़ में सोमवार को बादल फटने से आठ लोगों की मौत हो गई।

बारिश का कारण क्या है?

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) मुंबई के वैज्ञानिकों ने इस मूसलाधार बारिश का कारण कई मौसमी प्रणालियों का एक साथ होना बताया है, जिसके कारण शहर में बारिश हो रही है। Monsoon Trough एक लम्बा निम्न दाब क्षेत्र होता है जो पाकिस्तान के ऊपर बने निम्न दाब क्षेत्र से बंगाल की खाड़ी तक फैला होता है। यह मानसून सर्कुलेशन की एक सेमी परमानेंट विशेषता है और इसके दक्षिण की ओर बढ़ने के कारण भारी बारिश होती है।

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IMD के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार Monsoon Trough दीव, सूरत, नंदुरबार और अमरावती से होकर गुजर रही है। इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट अरब सागर और उससे सटे गुजरात के ऊपर एक अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित हुआ है। इसके अलावा एक Shear Zone यानी एक संकीर्ण क्षेत्र जहां हवा की गति या दिशा में तीव्र परिवर्तन होता है, जिसके कारण बादल बनते हैं और बारिश होती है – भारतीय क्षेत्र में सक्रिय है। आईएमडी मुंबई के एक वैज्ञानिक ने कहा, “इन प्रणालियों ने मिलकर मानसूनी धाराओं का आगमन किया है और ये नमी खींचती रहेंगी। दबाव के कमज़ोर होने के बाद ही बारिश कम होगी।”

बारिश का मुंबई पर क्या असर पड़ा है?

मीठी नदी में मंगलवार सुबह जलस्तर लगभग खतरे के निशान को पार कर गया और 3.90 मीटर तक पहुंच गया। पास का क्रांति नगर इलाका घुटनों तक पानी और नदी के ओवरफ्लो से जलमग्न हो गया। बीएमसी ने झुग्गियों से 350 से ज़्यादा लोगों को निकालकर पास के नगर निगम द्वारा संचालित मगनदास नाथूराम स्कूल में पहुँचाया। एनडीआरएफ ने भी इस अभियान में मदद की।

हार्बर लाइन के साथ-साथ सीएसएमटी और ठाणे के बीच मध्य रेलवे लाइन पर मंगलवार सुबह अगली सूचना तक ट्रेन सेवाएँ स्थगित कर दी गईं। सेंट्रल रेलवे के एक प्रवक्ता ने मंगलवार दोपहर कहा, “मीठी नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण, पटरियों पर जमा जलभराव कम नहीं हो रहा है। स्टेशनों/पटरियों से जलभराव कम करने और सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।” बीएमसी ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी, अर्ध-सरकारी और नगर निगम कार्यालयों में छुट्टी घोषित कर दी है।

पिछले कुछ दिनों में मुंबई में कितनी बारिश हुई है?

आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार और मंगलवार सुबह के बीच पिछले 24 घंटों में सांताक्रूज़ स्टेशन पर 223 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि कोलाबा स्टेशन पर 110 मिमी बारिश हुई। हालांकि बीएमसी के ऑटोमैटिक मौसम केंद्रों के रिकॉर्ड से पता चला है कि इसी अवधि के दौरान कई इलाकों में 300 मिमी से अधिक बारिश हुई।

पिछले 24 घंटों में पश्चिमी उपनगरों के चिंचोली में 369 मिमी से अधिक बारिश हुई। इसके बाद कांदिवली में 337 मिमी और डिंडोशी में 305 मिमी बारिश हुई। दादर में 300 मिमी बारिश हुई। चेंबूर में 297 मिमी बारिश हुई, जबकि विक्रोली स्टेशन पर 293 मिमी और पवई में 290 मिमी बारिश दर्ज की गई। रिकॉर्ड के अनुसार पिछले पाँच सालों में यह मुंबई का सबसे अधिक बारिश वाला अगस्त महीना है। बता दें कि इससे पहले 2020 में शहर के सांताक्रूज़ स्टेशन पर अगस्त महीने में 1,240 मिमी बारिश हुई थी।

मुंबई में मूसलाधार बारिश कब तक जारी रहेगी?

आईएमडी के अनुसार पूर्वी क्षेत्र में दबाव का क्षेत्र कम होने के बाद ही इसकी तीव्रता कम होगी। पिछले दो दिनों से जारी रेड अलर्ट बुधवार सुबह तक खत्म हो जाएगा लेकिन भारी से बहुत भारी बारिश कम से कम शुक्रवार तक जारी रहने की संभावना है। गुरुवार के लिए आईएमडी ने मुंबई, ठाणे और पालघर जिलों को ऑरेंज अलर्ट और रायगढ़ जिले को रेड अलर्ट पर रखा है। कोंकण क्षेत्र के जिलों में शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।