दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को अधिकारियों आदेश जारी किये कि नवरात्रि के मद्देनजर 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक, नौ दिनों तक मीट-मांस की दुकानें नहीं खुलेंगी। ऐसा नही करने पर कार्रवाई के आदेश दिए गये हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यन ने एक पत्र में कहा है कि आम जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए संबंधित अधिकारियों को मीट की दुकानें बंद करवाने के लिए निर्देश जारी किए गये हैं।
SDMC मेयर मुकेश सूर्यन ने कहा, “हम जब नवरात्रों में प्याज़ और लहसुन तक नहीं खाते तो हमने फैसला लिया है कि दक्षिण MCD में इस दौरान किसी भी मीट की दुकान पर न ही काम होगा और न ही दुकान खुलेंगी। अब से नए लाइसेंस की पॉलिसी में भी यह बात लिखी होगी कि नवरात्रों में मीट की दुकान बंद रखनी होगी।”
सूर्यन ने कहा कि हम आगे से इसी शर्त के साथ लाइसेंस भी जारी करेंगे। इसको लेकर मैंने मुख्यमंत्री को भी लिखा है कि नवरात्रि के दौरान शराब पर छूट वापस ली जाये। मुमकिन हो तो 9 दिनों के लिए शराब की बिक्री भी बंद कर दें।
दक्षिण दिल्ली नगर निगम की तरफ से कहा गया है कि नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की पूजा करने वाले लोग शुद्ध शाकाहारी भोजन करते हैं। नौ दिनों के उपवास के दौरान मांसाहारी खाद्य पदार्थों, शराब और कुछ मसालों के सेवन से भी परहेज करते हैं। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि शहर का क्षेत्र भी त्योहार के अनुरूप रंगा हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले गाजियाबाद में भी नवरात्रि के मौके पर मीट बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया था लेकिन 12 घंटे के बाद इस आदेश को वापस ले लिया गया। दरअसल नवरात्रि के मद्देनजर मेयर आशा शर्मा ने बीते गुरुवार को गाजियाबाद में मांस की सभी दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया था।
जारी किए गये इस आदेश के बाद प्रशासन ने मांस की सभी दुकानों को बंद करवा दिया था। हालांकि आदेश के 12 घंटे बाद ही मेयर शर्मा ने अपने आदेश को वापस ले लिया। वहीं आदेश में कहा गया था कि महापौर के निर्देशों के अनुसार मंदिरों में सफाई रखी जाये।