रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के घर के बाहर बम मिलने के मामले में सचिन वाजे को 25 मार्च तक के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया गया है। वाजे की तरफ से ठाणे की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गयी थी। लेकिन अदालत ने उनके अपील को खारिज कर दिया। NIA की तरफ से अदालत से 14 दिनों की कस्टडी की मांग की गयी थी। NIA ने अदालत में कहा कि यह एक बड़ी साजिश है। इसमें कई लोगों के शामिल होने की आशंका है।

खबरों के अनुसार इस मामले में NIA की टीम मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के चार सदस्यों से पूछताछ कर रही है। इन चार लोगों के टीम का नेतृत्व सचिन वाजे कर रहे थे। इधर इस मामले में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा है कि पूरे मामले में मुंबई पुलिस के और पुलिसकर्मी भी शामिल हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने शिवसेना पर भी इस मामले को लेकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सचिन वाजे के 6 से अधिक बिजनेस हैं। जिनमें मल्टीबील्ड इंफ्राप्रोजेक्टस लिमिटेड, टेकलेगल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, डीजीनेक्सट मल्टीमीडिया लिमिटेड और अन्य कई, सोमैया ने पूछा कि वाजे के बिजनेस पार्टनर कौन थे?

गौरतलब है कि NIA ने वाजे के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र के लिए 120 (बी), विस्फोटक मामले में लापरवाही बरतने के लिए 286, जालसाजी के लिए 465, जाली सील के इस्तेमाल करने के लिए 473 और धमकी देने के लिए 506 (2) के तहत केस दर्ज किया है।

बताते चलें कि जो स्कॉर्पियो अंबानी के घर के बाहर मिली थी, उसके मालिक मनसुख हिरेन थे। हिरेन 5 मार्च को ठाणे जिले में मृत पाए गए थे। हिरेन की मौत के बाद उनकी पत्नी ने सचिन वाजे पर हत्या का आरोप लगाया था। जिसके बाद से उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही थी।

मनसुख हिरेन की पत्नी विमला हिरेन ने कुछ दिन पहले ATS के सामने कई गंभीर आरोप सचिन वाजे पर लगाए थे। उनके द्वारा लगाए गए आरोप को लेकर बीजेपी नेता फडनवीस ने विधानसभा में कई सवाल उठाए थे।