Mukesh Ambani Gets Z+ Security: भारतीय उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी को गृहमंत्रालय ने जेड प्लस सिक्योरिटी देने का ऐलान किया है। अभी हाल में ही मुकेश अंबानी को धमकी दी गई थी जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया। गृह मंत्रालय ने इंटेलीजेंस के इनपुट के बाद मुकेश अंबानी की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है। खतरे की गंभीरता को आंकते हुए गृह मंत्रालय ने अंबानी को जेड प्लस सिक्योरिटी दी है।
इसके पहले मुकेश अंबानी को ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा दी गई थी। पिछले साल अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर बम विस्फोट के बाद गृह मंत्रालय उद्योगपतियों की सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा कर रहा था। खतरों का आकलन करने के बाद, सुरक्षा श्रेणी को पांच ग्रुप में बांटा जाता है और एक व्यक्ति को सौंपा जाता है। X, Y, Z, Z+, SPG, और अधिक सुरक्षा वर्गीकरण भी हैं। ऐसी सुरक्षा वीआईपी और वीवीआईपी, एथलीटों, मनोरंजन करने वालों और अन्य हाई-प्रोफाइल या राजनीतिक हस्तियों के लिए उपलब्ध है।
सुरक्षा कवर कैसे प्रदान किया जाता है?
भारत में मान्यता प्राप्त शख्सियतों को जेड प्लस सुरक्षा कवर की पेशकश की जाती है। देश के ऐसे लोग जिनका जीवन उनके काम या उनकी लोकप्रियता की वजह से खतरे में होता है। भारतीय खुफिया एजेंसी उनके बारे में जांच पड़ताल करने के बाद गृहमंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेजती है। खुफिया विभाग की दी गई रिपोर्ट के आधार पर अगर उन्हें देश में मौजूद असामाजिक ताकतों से खतरा होता है तो उन्हें बचाने के लिए कई प्रकार की सुरक्षा दी जाती है।
जानिए क्या है Z+ सुरक्षा? और किसे मिली है ये सिक्योरिटी
Z+ सिक्योरिटी सुरक्षा का दूसरा उच्चतम स्तर है। इस सुरक्षा कवरेज में 55-लोगों की टीम होती है जो किसी गणमान्य हस्ती की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाते हैं। इसमें जिसमें 10+ एनएसजी कमांडो और पुलिस अधिकारी शामिल हैं। प्रत्येक कमांडो मार्शल आर्ट का विशेषज्ञ और बिना किसी हथियार के निहत्थे युद्ध करने में पारंगत होता है। यह सुरक्षा गृहमंत्री अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री और अन्य जैसे गणमान्य व्यक्तियों को प्रदान की गई है।