देश की डगमग अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जुबानी हमला बोला है। गुरुवार (एक अगस्त, 2019) को उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि प्रधानमंत्री जी, भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है और मंदी की ट्रेन आने वाली है। गांधी ने यह दावा उस मीडिया रिपोर्ट को साझा करते हुए किया, जिसमें इकनॉमी की चाल बेहद सुस्त करार दी गई थी।

राहुल ने अंग्रेजी में ट्वीट किया था, “प्रधानमंत्री जी, अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है और सुरंग में दूर-दूर तक कोई रोशनी नहीं दिख रही है। अगर आपकी असमर्थ वित्त मंत्री आपको बता रही हैं कि रोशनी है तो मुझ पर विश्वास करिए कि मंदी की ट्रेन पूरी रफ्तार पकड़ने वाली है।”

पूर्व कांग्रेस चीफ ने इस ट्वीट के साथ अंग्रेजी बिजनेस अखबार लाइव मिंट की एक खबर शेयर की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश की अर्थव्यवस्था धीमी चल रही है, जिसके तेजी पकड़ने का फिलहाल कोई संकेत नहीं दिख रहा है।

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राहुल ने इससे पहले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर आई नियामक संस्था कैग की पहली रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी सरकार को घेरा था। बुधवार (31 जुलाई, 2019) को ट्वीट कर कहा था- नोटबंदी और जीएसटी जैसे उदाहरण साफ बताते हैं कि मोदी सरकार अयोग्य है और उसमें चीजों के प्रति गंभीरता को लेकर कमी है।

‘मोदी सरकार की नीतियों से किसान, व्यापारी तबाह’: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी का आरोप है कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों से किसानों, छोटे व्यापरियों और उद्यमियों तबाह हो चुके हैं। सिलसिलेवार ट्वीट्स में उन्होंने दावा किया कि देश की अर्थव्यवस्था ‘‘गहरे संकट’’ में है।

बकौल येचुरी, “हर एक संकेतक यही इशारा करता है कि अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है। इस पर सरकार का जवाब है झूठ बोलना, धमकी देना और आंकड़ों में हेरफेर। लोग हलकान हो रहे हैं, जिंदगियां तबाह हो गई हैं और कमाई कर पाना असंभव हो गया है और यह सरकार उन्हें फिरकापरस्ती वाले फसादी मुद्दों की तरफ मोड़ रही है।”

वह आगे बोले- किसानों को तबाह करो, छोटे व्यापारियों को तबाह करो, उद्यमियों को तबाह करो, कारोबार तबाह करो – समाज के सभी लोगों के लिए परेशानी पैदा करो – साल 2014 के बाद से सरकार की आर्थिक नीतियों का लगता है, बस यही मकसद है। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)