दुनिया में मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई देशों में चिंताजनक स्थितियां बन रही हैं। इसको देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को गंभीर चेतावनी जारी करते हुए अंतरराष्ट्रीय चिंता और सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency of International Concern) घोषित कर दिया। यह दूसरी बार है जब संक्रमण को लेकर यह चेतावनी जारी की गई है। इससे पहले जुलाई 2022 और मई 2023 के बीच प्रकोप को ऐसा घोषित किया गया था।
अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) और पड़ोसी देशों से रिपोर्ट किए गए मामलों में तेजी के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी करने का फैसला किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार 2022 से 116 देशों में मंकीपॉक्स के कारण कम से कम 99,176 मामले और 208 मौतें दर्ज की गई हैं।
भारत में अभी इसके केस नहीं मिले हैं, लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान में इसके तीन मामले सामने आए हैं। इनमें से एक पीड़ित युवक 34 साल का है और वह 3 अगस्त को सऊदी अरब से पाकिस्तान लौटा था। उसने 13 अगस्त को खैबर मेडिकल यूनिवर्सिटी में अपनी जांच कराई तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली।
मंकीपॉक्स क्या है?
मंकीपॉक्स को एमपॉक्स (Mpox) के नाम से भी जाना जाता है। एमपॉक्स वायरस (MPXV) के कारण होने वाला अपने आप में एक सीमित वायरल संक्रमण है। एमपॉक्स के सबसे आम लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कमजोरी और सूजे हुए लिम्फ नोड्स के साथ-साथ चेचक जैसे चकत्ते शामिल हैं। ये दो से तीन सप्ताह तक रहते हैं। यह कुछ दिन में खुद ही खत्म होने वाली बीमारी है, लेकिन इससे मृत्यु भी हो सकती है, विशेषकर बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (weak immune systems) वाले लोगों में यह खतरा ज्यादा रहता है। इस तरह का संक्रमण 1970 से ही इंसानों में होता रहा है, लेकिन 2022 तक यह मुख्य रूप से अफ्रीका के कुछ क्षेत्रों में लोगों को प्रभावित करता रहा है।
आम तौर पर इस बीमारी के लक्षण वायरस संक्रमण के 21 दिन बाद तक दिख सकते हैं। यह दो से तीन हफ्ते तक रहता है। इसके बाद यह खुद ही ठीक हो जाता है।
मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति यदि दूसरे के साथ उठता बैठता है तो उसे भी यह बीमारी हो सकती है। यह खास तौर पर सांसों के जरिए, मुंह से निकले वाष्प के जरिए, दूसरों के बिस्तर और तौलिया आदि इस्तेमाल करने से भी फैल सकती है।
मंकीपॉक्स (Monkeypox या Mpox) को लेकर मौजूदा चिंता की वजह?
मौजूदा चिंता एमपॉक्स वायरस (MPXV) के क्लेड Ib के प्रसार से उपजी है, जो मुख्य रूप से यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है। एक क्लेड से संबंधित जीवों के पूर्वज समान होते हैं। जब बात mpox की आती है, तो दो अलग-अलग क्लेड होते हैं: क्लेड I और क्लेड II, जिसमें पहला क्लेड दूसरे से ज़्यादा घातक होता है। इमर्जिंग इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में जनवरी में प्रकाशित एक पेपर के अनुसार क्लेड I संक्रमण का यौन संचरण पहले कभी रिपोर्ट नहीं किया गया है। चूहे, बंदर, गिलहरी जैसे जानवरों से इंसानों की निकटता से भी यह बीमारी फैलती है।