प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व वाली एनडीए सरकार को दो साल हो चुके हैं। इस मौके पर सरकार ने MyGov portal पर दो साल के कामकाज पर जनता से राय ली। एक महीने तक चले इस सर्वे में जनता से सरकार की नीतियों, मंत्रालयों के कामकाजों पर राय ली गई। गुरुवार को यह सर्वे पूरा हुआ और मोदी सरकार की विदेश नीति को सबसे ज्‍यादा सराहना मिली। सर्वे में एक से पांच स्‍टार के बीच रैंकिंग देनी थी। फाइव स्‍टार यानि सबसे बढि़या और एक स्‍टार खराब प्रदर्शन। काले धन और स्‍वच्‍छ भारत के मुद्दे पर सरकार का प्रदर्शन फिसड्डी रहा। इस सर्वे में 2,68,796 लोगों ने हिस्‍सा लिया। एक अधिकारी के अनुसार सर्वे के नतीजों को जल्‍द ही पीएम मोदी के पास भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि मंत्रीमंडल में फेरबदल के वक्‍त इस सर्वे के नतीजों को ध्‍यान में रखा जाएगा।

कैबिनेट में बदलाव से पहले PM मोदी ने मांगा मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड, पंजाब व UP से बन सकते हैं नए मंत्री

मोदी सरकार की विदेशी नीति को सबसे ज्‍यादा लोगों ने सराहा। इसे 67 फीसदी लोगों ने फाइव स्‍टार रैंकिंग दी। केवल 6 प्रतिशत लोगों ने 3 से कम स्‍टार दिए। इससे पता चलता है कि जनता को मोदी सरकार की विदेशी नीति पसंद हैं। हालांकि इस मुद्दे पर सरकार को सबसे बड़ी कामयाबी अभी नहीं मिली है। न्‍यूक्लियर सप्‍लायर्स ग्रुप में उसकी एंट्री अभी भी आसान नहीं है। रेलवे के आधुनिकीकरण की नीति पर भी जनता ने फर्स्‍ट डिवीजन से मुहर लगाई। 67 फीसदी लोगों ने रेलवे के आधुनिकीकरण को फाइव स्‍टार दिया। यहां पर तीन फीसदी लोगों ने एक स्‍टार और तीन फीसदी ने ही दो स्‍टार दिए। 19 फीसदी ने चार स्‍टार दिए। रेल मंत्रालय का जिम्‍मा सुरेश प्रभु ने दिया है। रेल मंत्रालय ने पिछले दो साल में बुलेट ट्रेन चलाने, ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने और स्‍वच्‍छता पर काम किया है।

सरकारी सर्वे: स्‍मृति ईरानी- अरुण जेटली का काम सबसे खराब, विदेश नीति और रेलवे टॉप पर

एक अधिकारी के अनुसार सर्वे के नतीजों को जल्‍द ही पीएम मोदी के पास भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि मंत्रीमंडल में फेरबदल के वक्‍त इस सर्वे के नतीजों को ध्‍यान में रखा जाएगा।

सड़क एवं परिवहन मंत्रालय का कामकाज भी जनता को पसंद आया। 64 फीसदी लोगों ने सड़कों और हाइवे बनाने के प्रयासों को 5 स्‍टार दिए। वहीं 23 फीसदी लोगों ने इस कदम को 4 स्‍टार दिए। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय नितिन गडकरी के पास है। स्‍मृति ईरानी के मानव संसाधन मंत्रालय का कामकाज जनता को ज्‍यादा पसंद नहीं आया। शिक्षा की गुणवत्‍ता सुधारने के सवाल पर केवल 35 प्रतिशत लोगों ने 5 स्‍टार रेटिंग दी। यहां पर 15 फीसदी लोगों ने 3 से कम स्‍टार दिए।

नीति आयोग ने रेल बजट को बताया फेल, पीएम मोदी से कहा- इसे बंद करो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्‍वाकांक्षी स्‍वच्‍छ भारत योजना को लेकर भी जनता खुश नजर नहीं आई। इस योजना को लेकर केवल 33 प्रतिशत लोगों ने 5 स्‍टार दिए। हालांकि इस योजना पर 51 फीसदी लोगों ने 3-4 स्‍टार दिए। पीएम मोदी ने 15 अगस्‍त के मौके पर लालकिले से स्‍वच्‍छ भारत का एलान किया था।काले धन के मुद्दे पर चुनाव प्रचार के दौरान उठाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से जनता नाखुश दिखीं। केवल 31 प्रतिशत लोगों ने इस मुद्दे पर सरकार को 5 स्‍टार दिए। इस योजना में 25 फीसदी लोगों ने 3 से कम स्‍टार दिए। इस मुद्दे पर सरकार को सबसे ज्‍यादा आलोचना का शिकार होना पड़ा है।

नौकरियां बढ़ाने को मोदी सरकार ने डिफेंस, एविएशन और फार्मा में दी 100 फीसदी FDI की मंजूरी 

डिजीटन इंडिया और स्किल इंडिया योजनाओं ने लोगों को प्रभावित तो किया लेकिन उनके रूझान से लगता है कि इन क्षेत्रों में और काम की जरूरत है। डिजीटल इंडिया को 36 प्रतिशत और स्किल इंडिया को 40 प्रतिशत लोगों ने फाइव स्‍टार दिया। सरकार की अन्‍य योजनाओं में मुद्रा योजना को 38, स्‍टार्ट अप इंडिया को 38, व्‍यापार करने में आसानी को 47, 24 घंटे बिजली देने की योजना को 51 और भ्रष्‍टाचार को रोकने के लिए किए गए प्रयासों को 49 प्रतिशत जनसंख्‍या ने 5 स्‍टार दिए। वहीं मेक इन इंडिया को 50 प्रतिशत के करीब लोगों ने 5 स्‍टार रैंकिंग दी।

गजेंद्र चौहान से लेकर चेतन चौहान तक, जानें इन 7 नियुक्‍त‍ियों में हुई मोदी सरकार की किरकिरी

चेतन चौहान को नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ फैशन टैक्‍नोलॉजी का चेयरमैन बनाए जाने का केंद्र सरकार का फैसला विवादों में है।