कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ का कहना है कि अंग्रेजी स्टाइल में काम करते हुए मोदी सरकार ने सात साल में तेल से 26 लाख 51 हजार 919 रुपये करोड़ कमाए। उनका कहना था कि हमारे देश में 26 करोड़ परिवार हैं। प्रति परिवार मोदी सरकार ने सात सालों के दौरान 1 लाख की लूटखोरी की।
वल्लभ का कहना था कि एक किसान को जो छह हजार रुपये दिया जाता है वो एक लाख के रूप में वापस ले लिया जाता है। उनका कहना था कि सरकार आम लोगों की जेब काटकर अपनी जेब भर रही है। आम लोग मरते जा रहे हैं। लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है। वो अपना खजाना भर रहे हैं।
एंकर संदीप चौधरी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए पूछा कि आपके शासित सूबे राजस्थान और महाराष्ट्र में तेल के रेट इतने ज्यादा क्यों हैं? उनका सवाल था कि दिल्ली के दामों से राजस्थान और महाराष्ट्र के दाम क्यों ज्यादा है। सरकारें क्यों नहीं आम आदमी की दिक्कत को समझ रही हैं।
मोदी सरकार अंग्रेजों के लगान की तरफ पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाती है, ये खुली लूट है : @GouravVallabh #सबसेबड़ासवाल #PetrolDieselPriceHike pic.twitter.com/3Wf3hz1ZbJ
— News24 (@news24tvchannel) April 4, 2022
गौरव वल्लभ का कहना था कि सरकार डीजल पर 32 रुपये और पेट्रोल पर 28 रुपये की एक्साइज ड्यूटी लेती है। कौन सा राज्य ऐसा है जो इतनी ड्यूटी लेता है। केंद्र पीएम केयर्स फंड का कोई हिसाब नहीं देता। हिसाब पूछो तो सरकार कहती है कि हमने फ्री वैक्सीन लगाईं। उनका सवाल था कि जब हमारे पैसे से वैक्सीन लगाई जा रही है तो वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर हमारी तस्वीर क्यों नहीं है।
दिल्ली की तुलना में राजस्थान और महाराष्ट्र के तेल के दाम ज्यादा होने पर उनका कहना था कि तेल के ट्रंसपोर्टेशन में पैसा खर्च होता है। यही वजह है कि अंडमान में तेल के दाम 80 रुपये प्रति लीटर ही हैं। उनका कहना था कि हमारी फिर से ये मांग है कि तेल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। इसके लिए वो सरकार पर दबाव बनाएंगे। एक बार जीएसटी के दायरे में तेल आ जाएगा तो केंद्र की सरकार अपनी मनमानी से दाम नहीं बढ़ा पाएगी।