केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसका सबसे अधिक असर बिहार में देखा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचाया है। बिहार के लखीसराय, जहानाबाद, छपरा, पटना समेत 19 जिलों में प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाएं हुई हैं और ट्रेनों को आग के हवाले किया गया।
बिहार के कटिहार में एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि अगर आर्मी की भर्ती चार साल के लिए होगी तो नेताओं को भी 2 साल में बदला जाना चाहिए। मीडिया से बात करते हुए एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमारी सरकार से मांग है कि सेना में पूरानी व्यवस्था से भर्ती की जाए।” प्रदर्शनकारी ने कहा कि अगर आर्मी में भर्ती चार साल के लिए हो तो नेता का कार्यकाल भी दो साल का कर दिया जाए। नेताओं को पेंशन भी मिलता है। हम इसका पूरी तरह से विरोध करते हैं।”
इस वीडियो पर एक यूजर(@SalmanT23345785) ने लिखा, “टोल का ठेका 20 साल से ज्यादा के लिए! अंबानी को तेल सप्लाई 30 साल से ज्यादा के लिए! अडानी को एयरपोर्ट 40 साल से ज्यादा के लिए! मगर देश के लिए सीने पर गोली झेलने वालों को नौकरी केवल 4 साल के लिए?”
अमित मिश्रा(@AmitSharma0124) ने लिखा, “MLA, MP को 2 साल के लिए नियुक्त किया जाए उसके बाद रिटायरमेंट दी जाए । पेंशन भी बन्द की जाए। इन मंत्रियों को ‘सदनवीर’ कहा जाए।” वहीं गजेंद्र(@Gajendrajaat99) ने लिखा, “बिल्कुल सही कहा सभी रैंक के अधिकारी और नेता 2 साल में बदले जाये।”
बता दें कि बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे उग्र प्रदर्शन मामले में पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कोचिंग सेंटरों की भूमिका पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच हो रही है। दोषी पाए जाने पर कोचिंग सेंटर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राकेश टिकैत की अपील: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “शांतिपूर्ण प्रदर्शन होना चाहिए, नौजवान तोड़फोड़ न करें, डीएम के दफ्तर घेरने पड़ेगे, अधिकारियों को दफ्तर घेरने पड़ेगे और दिल्ली जाना पड़ेगा तो हम करेंगे।”