छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना के गलत इस्तेमाल का मामला सामने आया है। पता चला है कि इस योजना के पैसे बैंक खाते में डालते ही लोगों ने घर बनाने के बजाय उससे फ्रीज, टीवी और मोटरबाइक सरीखी निजी उपभोग की वस्तुए खरीद लीं।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रायगढ़ जिला में लाभार्थी इस स्कीम का गलत इस्तेमाल करते धरे गए। सूत्रों ने बताया कि ऐसा आला-अफसरों की ढीले-ढाले रुख और लापरवाही की वजह से हुआ। ऐसे में सूबे भर में इस योजना के अंतर्गत बंटी रकम की जांच की मांग उठ रही है।

मौजूदा समय में राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार है। न केवल सरकार बल्कि पार्टी नेतृत्व इस मसले पर बीजेपी पर बुरी तरह हमला बोल रही है।

कांग्रेसी नेता विकास तिवारी ने इस बारे में मीडिया को बताया- सूबे में बीजेपी सरकार के दौरान सरकारी योजनाओं का गलत इस्तेमाल भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोगों को दिया जाता था। ऐसे और भी मामले सूबे में सामने आएंगे, लिहाजा पूरे छत्तीसगढ़ में मामले की जांच कराई जानी चाहिए।

सूबे में भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि यह पीएम मोदी की महत्वकांक्षी योजना है, जिसके गलत प्रयोग के लिए लाभार्थियों से अधिक आलाधिकारी जिम्मेदार हैं। दरअसल, रकम बंटने के बाद उसकी निगरानी नहीं की जाती। ऐसे में अधिकारियों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया जाना चाहिए।