Reasi Terrorist Attack: गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के रियासी आतंकी हमले का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया है। एनआईए ने 15 जून को हुए आतंकी हमले के मामले को अपने हाथ में ले लिया है और गृह मंत्रालय के आदेश के बाद एक नई एफआईआर दर्ज कर ली है। यह कदम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हाईलेवल मीटिंग के बाद उठाया गया है।
एनआईए ने इस मामले में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है। एनआईए इस हमले की हर पहलू से जांच करेगी। ताकि यह पता लगाया जा सके कि हमले के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने आतंकी हमले की जांच के सिलसिले में कुल 50 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की है।
रियासी में क्या हुआ था?
9 जून को आतंकियों ने शिव खोड़ी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही 53 सीटों वाली बस पर गोलीबारी की। इससे वह सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई। बस में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थ यात्री सवार थे। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी और 42 लोग घायल हो गए थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमले में शामिल तीन आतंकियों में से एक का स्केच जारी किया है। चश्मदीदों के बयानों के आधार पर पुलिस ने उसके बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
अमित शाह ने मीटिंग में दिए आतंकवाद को कुचलने के निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को हाईलेवल मीटिंग की थी। इस मीटिंग में उन्होंने कहा कि आतंकवाद को कुचलना जरूरी है और किसी भी कीमत पर उसे फिर पनपने नहीं दिया जा सकता। अधिकारियों को संदेश देते हुए शाह ने यहां तक कहा है कि आतंकवाद समर्थकों को छोड़ा नहीं जा सकता है और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी होगी।
इस समय जम्मू कश्मीर में आने वाले दिनों में अमरनाथ यात्रा और चुनाव जैसे बड़े कार्यक्रम भी होने जा रहे हैं। उस बात का जिक्र करते हुए भी अमित शाह ने अधिकारियों को कहा है कि पूर्ण सुरक्षा कवर दिया जाए, यात्रा मार्गों पर सुरक्षा को और ज्यादा मुस्तैद किया जाए, जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फोर्स की तनाती भी हो।