मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, जो अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने हाल ही में शबाना आज़मी, जावेद अख्तर और नसीरुद्दीन शाह को टुकडे-टुकड़े गिरोह का ‘स्लीपर सेल’ कहा था। दरअसल शबाना आज़मी ने एक टेलीविज़न इंटरव्यू के दौरान बिलकिस बानो मामले पर टिप्पणी की थी जिसके बाद नरोत्तम मिश्रा उनपर भड़क गए थे। इसी बात को लेकर पी चिदंबरम ने उनपर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने रविवार को पूछा कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शबाना आज़मी, जावेद अख्तर और नसीरुद्दीन शाह को क्यों रोका और उन्हें सूची में शामिल नहीं किया जब एमपी के गृह मंत्री ने उन्हें टुकड़े-टुकड़े गिरोह के ‘स्लीपर सेल’ करार दिया। कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम ने कहा कि मैंने संसद में घोषणा की थी कि मैं टुकड़े-टुकड़े गिरोह का सदस्य हूं। नरोत्तम मिश्रा को केंद्रीय गृह मंत्री बनना चाहिए क्योंकि उनके पास ऐसी जानकारी है जो गृह मंत्रालय के पास भी नहीं है।
नरोत्तम मिश्र ने कहा था, “देखिये मामला यह है कि यह शबाना आजमी, जावेद अख्तर और नसीरुद्दीन शाह टुकड़े-टुकड़े गैंग के स्लीपर सेल हैं। राजस्थान में कन्हैया लाल का सिर कलम करने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। झारखंड में हमारी बेटी को आग के हवाले कर दिया गया है, लेकिन क्या उन्होंने कुछ कहा? जब बीजेपी शासित राज्यों में कुछ होता है तो वे बयान देते हैं।
पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास टुकड़े-टुकड़े गिरोह पर कोई डेटा उपलब्ध नहीं था, हालांकि भाजपा नेता अक्सर इस वाक्य का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा, “मैंने यह भी बताया था कि एक प्रश्न के उत्तर में एमएचए ने कहा कि सरकार के पास टुकड़े-टुकड़े गिरोह पर कोई जानकारी नहीं है। यदि एमपी के गृह मंत्री के पास केंद्रीय गृह मंत्री से अधिक जानकारी है, तो केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में उन्हें नियुक्त कर देना चाहिए।
इस साल फरवरी में चिदंबरम ने संसद में कहा था कि यह एक बिना डेटा वाली सरकार है। चिदंबरम ने कहा था, “मैं ‘टुकड़े टुकड़े’ गिरोह का सदस्य हूं, जिसका अर्थ है ‘व्यवधान’।”