पांच सूबों के चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस फिर से वापसी की कोशिश कर रही है। सोनिया गांधी हाथों में कमान लेकर सारी चीजों पर नजर रख रही हैं। सोमवार को भी 10 जनपथ पर ऐसी ही एक बैठक हुई। ये अभी तक जारी है। खास बात है कि इसमें जम्मू कश्मीर की नेता और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल हुईं। कयास हैं कि वो यूपीए ज्वाइन करेंगी। उधर एएनआई की खबर के मुताबिक सोमवार को चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने फिर से सोनिया से मुलाकात की। 3 दिनों में ये दोनों की दूसरी मुलाकात है।
हालांकि महबूबा पहले बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना चुकी हैं। लेकिन 370 हटने के बाद उनके संबंध बीजेपी से काफी तल्ख हो गए। वो कई सार्वजनिक मंचों से बीजेपी की आलोचना कर चुकी हैं। फिलहाल उन्हें भी एक ऐसे सहारे की जरूरत है जिसके जरिए वो मुख्यधारा की राजनीति में वापसी कर सकें। सोनिया से मुलाकात को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। दूसरी तरफ कांग्रेस को भी अपना कुनबा बढ़ाने की जरूरत है। जाहिर है सोनिया उनके आने से काफी खुश होंगी।
मीटिंग में सोनिया गांधी के अलावा प्रियंका वाड्रा, केसी वेणुगोपाल. रणदीप सुरजेवाला, अंबिका सोनी भी मौजूद थे। मैराथन बैठक में माना जा रहा है कि सोनिया उन तमाम पहलुओं पर विचार कर रही हैं जिनके जरिए कांग्रेस में फिर से जान फूंकी जा सके। फिलहाल के माहौल में बीजेपी के साथ उन्हें केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से भी खतरा है। पंजाब में सरकार बनाकर केजरीवाल ने खुद को कांग्रेस के विकल्प के तौर पर पेश करने की कोशिश की है।
उधर, कांग्रेस चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर भी मंथन कर रही है। दो दिन पहले जनपथ पर हुई बैठक में पीके ने अपने प्रजेंटेशन में 2024 के चुनाव में भाजपा को हराने का रोडमैप बताया था। पीके ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में सिर्फ 370 सीटों पर फोकस करे। देशभर में लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं। पीके ने कहा कि जहां कांग्रेस कमजोर है, वहां वो सहयोगी को आगे करके मैदान में उतरे।
मीटिंग के बाद कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में पीके ने 2024 को लेकर प्रजेंटेशन दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक कमेटी बनाने की घोषणा की है। कमेटी एक हफ्ते में रिपोर्ट देगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही कांग्रेस आगे काम करेगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने पीके को पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था।