Mehbooba Mufti Statement on PM Modi: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को एक ऐसा बयान दिया, जिससे जम्मू-कश्मीर की सियासत में हलचल मच गई है। श्रीनगर में पार्टी के 26वें स्थापना दिवस पर उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी चाहें तो कश्मीर का मसला हल कर सकते हैं। खास बात ये रही कि उन्होंने यह बात बिना किसी झिझक के कही।
महबूबा मुफ्ती ने मंच से कहा, “मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि मोदीजी के पास कश्मीर मुद्दे को हल करने की ताकत है। 120 करोड़ लोगों ने उन्हें वोट दिया है, उनके पास सत्ता है, अधिकार है। वे चाहें तो इस समस्या को सुलझा सकते हैं।”
भारत बड़ा भाई है, दोस्तान रिश्ता बनाए रखे
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि अब देश को युद्ध के रास्ते को छोड़कर बातचीत और सुलह का रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा, “भारत एक बड़ा देश है, उसे बड़े भाई की तरह व्यवहार करना चाहिए। पड़ोसियों से दोस्ताना रिश्ते बनाए रखना ही देश के लिए सही होगा।”
महबूबा ने यह भी सवाल उठाया कि जब कोई कश्मीरी पड़ोसी देशों की बात करता है तो उसे भारत की विदेश नीति में दखल न देने की नसीहत क्यों दी जाती है। उन्होंने कहा, “मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि जम्मू-कश्मीर के बिना भारत की विदेश नीति है ही क्या? हमारी जमीन ही तो लड़ाइयों का मैदान बनती है।”
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उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर हर प्रधानमंत्री के लिए एक बड़ी चुनौती रहा है। लेकिन बहुत कम पीएम हुए हैं जिनमें इसे हल करने का साहस रहा हो। अब प्रधानमंत्री मोदी के पास यह मौका है और शक्ति भी।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि “आप सभी मेरे साथ उस दौर में खड़े रहे जब मैं सबसे मुश्किल समय से गुजर रही थी। मैं अल्लाह से दुआ करती हूं कि वह आप सब पर हमेशा अपनी रहमत बनाए रखे।”
महबूबा मुफ्ती के इस बदले सुर को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है कि क्या वे केंद्र के साथ किसी सुलह की राह पर हैं या कोई नई रणनीति बना रही हैं।