पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मंगलवार (9 मई) को गिरफ्तारी के बाद बड़े स्तर पर पाकिस्तान में हिंसा देखी गयी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 6 मौतों की सूचना मिली है। पाकिस्तानी मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, देश के पंजाब प्रांत में कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आर्मी को तैनात करने का फैसला लिया गया है। देश भर में उनके समर्थक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) प्रमुख के समर्थन में सड़कों पर उतरे। वहीं, इस मुद्दे पर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का भी बयान सामने आया है।
पाकिस्तान में लोकतंत्र तार-तार- महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र तार-तार हो गया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “पाकिस्तान में लोकतंत्र तार-तार हो गया है। शायद एकमात्र उम्मीद की किरण एक स्वतंत्र न्यायपालिका और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों के विपरीत प्रतिष्ठान को जवाबदेह ठहराने वाला एक बेखौफ मीडिया है।”
‘अस्थिर पाकिस्तान हमारे लिए खतरनाक’- फारूक अब्दुल्ला
वहीं, पड़ोसी मुल्क में बिगड़ते हालात पर नेशनल कॉन्फ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला का भी बयान सामने आया है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा है पाकिस्तान में अस्थिरता हमारे लिए खतरनाक है। उपमाहद्वीप में शांति के लिए एक स्थिर पाकिस्तान का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के हालात अच्छे होने की दुआ करते हैं। उम्मीद है कि कुछ बेहतर होगा और लोगों को शांतिपूर्ण जीवन मिलेगा।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एक पड़ोसी मुल्क होने के नाते हमें पाकिस्तान में बेहतर हालात की उम्मीद करनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “अस्थिर पाकिस्तान हमारे लिए खतरनाक है। हमें एक स्थिर पाकिस्तान चाहिए जो उपमहाद्वीप में शांति के लिए जरूरी है। हम उस देश के अच्छे होने की कामना करते हैं, यह हमारा पड़ोसी है और हमें उम्मीद है कि वहां हालत जल्द बेहतर होंगे और लोग शांतिपूर्ण तरीके से रह सकेंगे।”
पूर्व पीएम इमरान खान गिरफ्तार
मंगलवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद बुधवार को इमरान खान को इस्लामाबाद पुलिस लाइन में पेश किया गया। नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने इमरान की 14 दिन की कस्टडी की मांग की है। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद अब पाकिस्तान सरकार PTI के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर शिकंजा कस रही है। अब तक 1000 के करीब लोग गिरफ्तार किए गए हैं।