जम्‍मू-कश्‍मीर गठबंधन सरकार में बीजेपी की सहयोगी पीडीपी की प्रेसिडेंट मेहबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि ‘हिंदुत्‍व के नाम का गलत इस्‍तेमाल’ कर रहे कट्टरपंथी तत्‍वों पर अंकुश लगाए जाने की जरूरत है। उन्‍होंने हिंदू कट्टरपंथियों की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस से भी की। यह पूछे जाने पर कि कट्टरपंथी ताकतों पर लगाम कैसे कसी जाए, मुफ्ती ने कहा कि बिहार चुनाव में यह काम काफी बेहतर ढंग से हुआ है।

हिंदुस्‍तान टाइम्‍स लीडरशिप समिट में मुफ्ती ने कहा, ”सहिष्‍णुता भारत की ताकत है और अगर हमने इन कथि‍त कट्टरपंथी तत्‍वों को नहीं रोका…सीरिया, अफगानिस्‍तान और इराक में क्‍या हो रहा है…वे भी ऐसे ही तत्‍व हैं जो इस्‍लाम के नाम का गलत इस्‍तेमाल कर रहे हैं। हमारे देश में भी, कट्टरपंथी ताकतें हिदुत्‍व के नाम का गलत इस्‍तेमाल कर रही हैं। वे इसे राष्‍ट्रवाद का नाम दे रहे हैं, जो और भी खराब बात है। अगर ‘पाकिस्‍तान जाने’ से जुड़े बयानों के पीछे केंद्रीय मंत्री हैं तो उनकी मानसिकता भी ऐसी ही है।” कुछ बीजेपी शासित राज्‍यों में बीफ बैन पर हुए विवाद पर मुफ्ती ने कहा, ”जब लोग बढ़ती महंगाई से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं और उन्‍हें प्‍याज नहीं मिल रहा, कुछ लोग अचानक से ये बताने लगते हैं कि किस तरह का मीट खाया जाना चाहिए। यह सही नहीं है। यह स्‍वीकार्य नहीं है।” मुफ्ती ने बताया कि कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की प्रक्रिया के तहत जम्मू कश्मीर सरकार अपार्टमेंट्स का निर्माण कर रही है जहां विस्थापित लोगों को 50 प्रतिशत फ्लैट दिये जाएंगे जबकि बाकी फ्लैट अन्य समुदाय के लोगों को दिये जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार विस्थापित लोगों की वापसी के बारे में बहुत गंभीर है।