बसपा अध्यक्ष मायावती ने सीएम योगी को जनता से माफी मांगने की बात कही है। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार CAA विरोध-हिंसा में बेगुनाह लोगों को गिरफ्तार की है। ऐसे में सरकार को उन्हें रिहा कर जनता से माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर सीएए और एनआरसी के खिलाफ हाल में हुई हिंसा में बिना जांच—पड़ताल किए निर्दोष लोगों को जेल भेजने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग भी की है। करीब 1200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 5558 लोगों को नजरबंद किया गया है।

मायावती का ट्वीटः मायावती ने रविवार (05 जनवरी) को ‘ट्वीट’ कर कहा, ‘उत्तर प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में बिना जांच—पड़ताल के ही विशेषकर बिजनौर, सम्भल, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोजाबाद तथा अन्य कुछ जिलों में भी निर्दोषों को जेल भेज दिया गया है। इसे मीडिया ने भी उजागर किया है। यह अति-शर्मनाक और निन्दनीय है।’ उन्होंने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की तमाम वारदात की न्यायिक जांच करने की मांग करते हुए कहा कि इस सिलसिले में बसपा का एक प्रतिनिधिमण्डल सोमवार (06 जनवरी) को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को एक ज्ञापन सौंपेगा।

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गिरफ्तार लोगों को छोड़कर सरकार दे आर्थिक मदद- मायावतीः प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी मांग की कि योगी सरकार हिंसा के आरोप में पकड़े गए बेगुनाह लोगों को फौरन छोड़े दे। इसके साथ यह भी कहा है कि सरकार अपनी गलती की माफी मांगे और हिंसा में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों के परिवारों को भी मदद करे।

1200 लोग हुए हैं गिरफ्तारः मालूम हो कि पिछले महीने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत करीब 20 जिलों में पुलिस और बलवाइयों के बीच संघर्ष हुआ था। इसमें करीब 19 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस विरोध-प्रदर्शन में 1200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 5558 लोगों को नजरबंद भी किया गया है।