समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने मथुरा के जवाहरबाग में हुई वारदात के मामले में उत्तर प्रदेश की सपा सरकार का बचाव करते हुए रविवार (12 जून) को केंद्र सरकार पर उस परिसर में नक्सली तत्वों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी साझा ना करने का आरोप लगाया। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस तरह से मथुरा के संवेदनशील मामले को सम्भाला, उसके लिए मैं सरकार की प्रशंसा करता हूं, मगर आखिर केंद्र सरकार ने जवाहरबाग में नक्सली तत्वों की मौजूदगी की खुफिया सूचना राज्य सरकार के साथ साझा क्यों नहीं की।’
उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर पलटवार करते हुए कहा ‘राजनाथ जी ने जिस तरह से राज्य सरकार पर आक्रमण किया है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आप उत्तर प्रदेश से सांसद है और गृह मंत्री की हैसियसत से आपकी जिम्मेदारी कम नहीं है। जवाहरबाग में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झाखण्ड और उड़ीसा से नक्सली आए थे। ऐसे में यह तो उत्तर प्रदेश का मामला नहीं बल्कि अन्तरराज्यीय मामला था। आपने सूचना क्यों नहीं दी। अगर आप देते और हम उस पर बैठे रहते तो आप कहते। आपने सूचना ही नहीं दी।’
सिंह ने सपा के वरिष्ठ नेता और काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव पर जवाहरबाग के अवैध कब्जेदारों को संरक्षण देने का आरोप लगाने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि गुजरात के एक बड़े नेता ने मथुरा काण्ड पर शिवपाल का इस्तीफा मांगा था। मैं जानना चाहता हूं कि क्या उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ भी ऐसा किया था, जहां व्यापमं घोटाला हुआ था। या फिर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ, जहां नक्सलवादियों ने विद्याचरण शुक्ला की हत्या कर दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री का भी इस्तीफा नहीं मांगा गया, जिनके राज्य में आरक्षण आंदोलन के दौरान महिलाओं से बलात्कार किया गया।
सपा के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि राज्य सरकार ने जवाहरबाग मामले में अदालत के आदेशों का पालन करते हुए कम पुलिस बल इस्तेमाल किया था, क्योंकि वहां महिलाएं और बच्चे भी थे। सिंह ने कहा कि बदायूं में दो लड़कियों के साथ कथित बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर भी राज्य सरकार को काफी बदनाम किया गया था और राहुल गांधी, राम विलास पासवान और मायावती ने वहां का दौरा किया। बाद में सीबीआई जांच हुई तो उसने क्लीनचिट दे दी।
उन्होंने कहा ‘मोदी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं। विदेश में जाकर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। खासकर भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में शामिल करने को लेकर उनके प्रयास प्रशंसनीय हैं लेकिन जब कांग्रेसनीत संप्रग सरकार परमाणु करार के लिए कोशिश कर रही थी, तब भाजपा चीन और पाकिस्तान के साथ खड़ी थी। सपा ने पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम से सलाह ली थी, जिन्होंने इस करार को जरूरी बताया था। उसके बाद सपा ने तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार का समर्थन किया था।’
सिंह ने कैराना से हिन्दू परिवारों के कथित पलायन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस मामले में जो भी जरूरी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी लेकिन क्या केन्द्र सरकार जम्मू-कश्मीर से हिन्दुओं के पलायन के बारे में कुछ बता सकती है। सिंह ने बाबा जयगुरुदेव के साथ शिवपाल के रिश्तों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह उनकी निजी आस्था का मामला है। उन्होंने कहा ‘यहां तक कि मैं भी उनके आश्रम जाता था। भविष्य में भी जाऊंगा।’