दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कल तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। शाम 6.30 बजे भारी बारिश में पार्टी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ अपने नेता के स्वागत में जेल के बाहर भीड़ लगाए हुए थे। सिसोदिया पिछले 17 महीने से जेल में बंद थे। इसको लेकर जेल के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा नारे लगाए जा रहे थे कि जेल के ताले टूटेंगे, सारे नेता छूटेंगे। इसी बीच सिसोदिया भारी बारिश में ही जेल से बाहर आए और पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए अपनी भाषण की शुरुआत की, ‘आप सबको आजाद मनीष सिसोदिया का नमस्कार’।
भीड़ के बीच मनीष सिसोदिया जिंदाबाद, के नारे लग रहे थे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जैसे ही सिसोदिया को देखा कि और जोर-शोर से नारे लगने लगे। जेल से रिहाई के समय आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी वहां मौजूद थी।
जेल से रिहा होने के बाद सबसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मिलने सीएम आवास पहुंचे। सुनीता से मिलते ही सिसोदिया के आखों से आंशू निकल रहे थे। आखिर अभी भी पार्टी के नेता केजरीवाल जेल में ही बंद हैं। ऐसी स्थिति में सिसोदिया की रिहाई काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सिसोदिया की रिहाई ऐसे समय हुई है जब दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। पार्टी को मजबूत करने के लिए सिसोदिया का बाहर आना काफी अहम है। हालांकि बीते लोकसभा के दौरान केजरीवाल को जमानत मिली थी लेकिन फिर भी पार्टी दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
दिल्ली शराब घोटाला में मनी लांड्रिंग को लेकर ईडी की जांच
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा बनाई गई शराब नीति में मनी लांड्रिंग को देखते हुए ईडी ने जांच शुरू किया था। जिसमें मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल से पूछताछ के लिए न्यायिक हिरासत में रखा गया था। हालांकि सिसोदिया को करीब 17 महीने बाद जेल से रिहाई मिली है। जबकि अरविंद केजरीवाल करीब 6 महीने के भीतर ही लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बाहर आकर फिर से तिहाड़ जा चुके हैं।
2013 से ही AAP में नंबर 2 हैं सिसोदिया
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार में अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया ही नंबर दो माने जाते रहे हैं। दिल्ली में 2013 में जब आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तभी से मनीष सिसोदिया सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं। पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल सिसोदिया पर ही सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं। इस वजह से ही सिसोदिया पार्टी में नंबर दो पोजिशन पर हैं। अब उनके जेल से निकलने के बाद ऐसा अनुमान है कि सरकार का हिस्सा बनाया जाए।