Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पड़ोसी राज्य मिजोरम के सीएम जोरमथांगा को नसीहत दी है। एन बीरेन सिंह ने कहा कि मिजोरम हमारे आंतरिक मामलों में दखल न दे। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने मणिपुर के कुकी समुदाय के लिए आयोजित एकजुटता रैली में हिस्सा लिया था। इसके बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री का यह बयान सामने आया है।
एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में एन बीरेन सिंह ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों द्वारा आयोजित रैली में मिजोरम सीएम का शामिल होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एक राज्य के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने नैतिकता खो दी है। बीरेन सिंह ने आगे कहा कि एक राज्य के मुख्यमंत्री को दूसरे राज्य के मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। यह बात मेरे लिए भी लागू होती है। मैं मुख्यमंत्रियों की सहमति के बिना असम या मिजोरम में होने वाली किसी भी घटना में हस्तक्षेप या टिप्पणी नहीं कर सकता। यही प्रोटोकॉल कहता है।’
आइजोल की रैली में मिजोरम सीएम ने लिया था हिस्सा
बता दें, मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा, उपमुख्यमंत्री तावंलुइया और उनके मंत्रियों और विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर आइजोल में एक विरोध रैली में हिस्सा लिया था। इस विरोध रैली में मणिपुर हिंसा की निंदा करते हुए हजारों लोग तख्तियों और पोस्टरों के साथ इस विरोध-प्रदर्शन रैली में शामिल हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र से जातीय संघर्ष के पीड़ितों को मुआवजा देने और दो महिलाओं को नग्न घुमाने में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने की मांग की थी। मणिपुर की सीएम बीरेन सिंह ने बताया कि उन्होंने जोरमथांगा कैबिनेट के एक मंत्री को अपनी बात बता दी है।
नागरिकों द्वारा बंकर बनाने और चेक-पोस्ट बनाने के गंभीर मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, “केंद्र और राज्य बलों ने संयुक्त रूप से कई बंकरों को नष्ट कर दिया है। हम पहाड़ियों या घाटी में किसी भी प्रकार के बंकरों की अनुमति नहीं देंगे।” राज्य की मौजूदा स्थिति पर सीएम ने कहा कि मणिपुर शांति और सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पिछले 10-20 दिनों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। राज्य शांति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ समूह हमेशा मणिपुर में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम लोग सामान्य स्थिति को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। 80-90 प्रतिशत सामान्य स्थिति हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय नेताओं की मदद से समुदायों के साथ सुलह वार्ता करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं।
4 मई को मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के एक वायरल वीडियो ने सभी लोगों का ध्यान मणिपुर की तरफ खींच था, जहां करीब तीन महीने पहले हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में लगभग 160 से अधिक लोग मारे गए हैं, सैकड़ों घायल हुए हैं, जबकि हजारों लोग राज्य से पलायन कर चुके हैं।