बंगाल चुनाव में लोगों के बीच पैठ बनाने के लिए नेताओं ने नए-नए हथकंडे आजमाने शुरू कर दिए हैं। इस बीच बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एक चाय के स्टॉल पर चाय छानती नजर आईं। ममता बनर्जी के इस अंदाज पर लेखिका शेफाली वैद्य ने चुटकी ली और मजे लेते हुए लिखा कि सीएम ममता बनर्जी अब अपने भाषण की शुरुआत मित्रों से करेंगी। मालूम हो कि कल शाम नंदीग्राम में सीएम ममता चाय छानती नजर आईं थीं। वहीं चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने लिखा कि सीएम ममता की लड़ाई बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी से नहीं है बल्कि दिल्ली में बैठे दो भाइयों से है जिन्हें मोटा भाई और छोटा भाई कहा जाता है। कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिए बिना ये निशाना साधा।

बता दें कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में एक रैली के दौरान कहा कि मैं अपना नाम भूल सकती हूं लेकिन नंदीग्राम को नहीं भूल सकती हूं। उन्होंने मंगलवार को नंदीग्राम में एक रैली को संबोधित किया। दरअसल नंदीग्राम विधानसभा सीट पर सीएम ममता को उनके पुराने सहयोगी और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी से चुनौती मिल रही है। सुवेंदु पिछले चुनाव में इस सीट से विधायक चुने गए थे और ममता कैबिनेट में मंत्री भी बने थे। लेकिन पिछले साल दिसंबर में सुवेंदु अधिकारी ने पाला बदला और बीजेपी का दामन थाम लिया। इन चुनावों में बीजेपी ने अधिकारी को नंदीग्राम से अपना उम्मीदवार बनाया है।

सीएम ममता ने भी सुवेंदु अधिकारी की चुनौती को स्वीकार करते हुए भवानीपुर सीट छोड़ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।


मालूम हो कि लंबे वक्त से दक्षिण बंगाल सीएम ममता का गढ़ रहा है। बीजेपी के बढ़ते कद से सीएम ममता को इस क्षेत्र को लेकर चिंता सता रही है।

मालूम हो कि ये वही नंदीग्राम है जहां से सीएम ममता ने बड़ा आंदोलन खड़ा किया था और बंगाल से लंबे वक्त से सत्ता में रही लेफ्ट की सरकार को उखाड़ फेंका था।

दरअसल बंगाल चुनाव में 294 सीटों में से 167 सीटें दक्षिण बंगाल में पड़ती हैं। यहां ममता बनर्जी का कमजोर पड़ना बीजेपी के इरादों को मजबूती दे सकता है।