पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग द्वारा नोटिस भेजे जाने पर प्रतिक्रिया दी है। ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे भले ही कितने नोटिस मिलें लेकिन वोट बंटने नहीं देना है। सीएम ने यहां तक कह दिया कि पीएम मोदी खुद हिंदू-मुस्लिम करते हैं।
ममता बनर्जी ने कहा, ‘यह शायद ही मायने रखता है, भले ही मेरे खिलाफ 10 कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएं। मैं सभी को एकजुट होकर मतदान करने के लिए कह रही हूं, कोई वोट नहीं बंटेगा। नरेंद्र मोदी के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज हुईं? वह हर दिन हिंदू-मुस्लिम करते हैं।’ ममता बनर्जी ने कहा, ‘मुझे अफसोस है कि मैंने गद्दार मीर जाफर (राजीब बनर्जी) को इस सीट से पिछले चुनाव में लड़ने की इजाजत दी। जब वह सिंचाई मंत्री थे, तब मुझे एक शिकायत मिली थी, इसलिए मैंने उन्हें उस पद से हटा दिया और उन्हें वन मंत्री बना दिया।’
बता दें कि चुनाव आयोग ने बुधवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नोटिस जारी किया। आयोग ने तीसरे चरण के चुनाव से पहले हुगली जिले के तारकेश्वर में चुनाव प्रचार के दौरान सीएम ममता द्वारा “सांप्रदायिक आधार पर खुलेआम वोट मांगने” के लिए ये नोटिस जारी किया।
बनर्जी को नोटिस मिलने के 48 घंटों के भीतर अपनी टिप्पणी पर सफाई देने के लिए कहा गया है। आयोग का कहना है कि ऐसा न करने पर ममता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि चुनाव आयोग द्वारा सीएम ममता को भेजा गया नोटिस केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल की शिकायत पर जारी किया गया है।
चुनाव आयोग के अनुसार, बनर्जी ने कहा, “… मैं अपने अल्पसंख्यक भाइयों और बहनों से हाथ जोड़कर निवेदन कर रही हूं … शैतान की बात सुनने के बाद अल्पसंख्यक मतों को बंटने न दें … जिन्होंने भाजपा से पैसा लिया था … वह कई सांप्रदायिक बयान देते हैं। हिंदुओं और मुसलमानों के बीच झगड़े को बढ़ावा देना चाहते हैं … सीपीएम और बीआईपी को भाजपा ने अल्पसंख्यक वोटों को विभाजित करने के लिए पैसा दिया है।”
आयोग ने कहा, ममता बनर्जी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे चरण के मतदान से पहले कूच बिहार में इस बयान के लिए बनर्जी की कड़ी निंदा की थी।