पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़े तो ये बात बीजेपी का रास नहीं आई। पार्टी ने तृणमूल चीफ पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अपने भतीजे के जेल जाने का डर सता रहा है। तभी वो अपना सुर बदल रही हैं। बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी ये बात कैसे कह सकती हैं कि ED का मिसयूज पार्टी कर रही है। जबकि एजेंसी के डायरेक्टर का नाम सीजेआई, पीएम और नेता विपक्ष ने तय किया।
ध्यान रहे कि सोमवार को पश्चिम बंगाल की असेंबली में एक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें ED की एंट्री का विरोध किया गया। इसके बाद ममता ने मीडिया से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पीएम मोदी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। बीजेपी के कुछ नेता अपने ईगो के चलते विपक्ष के नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं। ममता के मुताबिक पीएम इस मामले में बिलकुल पाक साफ हैं।
बीजेपी की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने ममता को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनके सुर अचानक से क्यों बदल रहे हैं। कभी तो वो कहती थीं कि पीएम मोदी की कमर में रस्सा बांधकर घुमाएंगी और अब बोल रही हैं कि बीजेपी के इशारे पर एजेंसियां काम कर रही हैं। उनका सवाल था कि बीजेपी एक दल है जबकि केंद्रीय एजेंसियां सीधे तौर पर केंद्र सरकार के नियंत्रण में रहती हैं।
अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियां हाईकोर्ट के निर्देश पर काम कर रही हैं। उनका कहना था कि बीजेपी और ममता के बीच कोई गुप्त समझौता नहीं है। ममता केवल इस वजह से अपने तेवर हल्के कर रही हैं क्योंकि उन्हें लग रहा है कि भतीजा अभिषेक बनर्जी जेल के भीतर जा सकता है।
बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय का कहना है कि न तो पीएम मोदी और न ही बीजेपी को उनके प्रमाण पत्र की जरूरत है। ममता सरकार के टॉप अफसरों समेत कई मंत्री और सीएम के परिवार के कई लोग एजेंसियों के निशाने पर हैं। उन्होंने सूबे में जो लूट मचाई है उसके लिए उनको सजा मिलकर ही रहेगी।