पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने सूबे के विधानसभा चुनाव से पहले धीमे-धीमे अपने रंग बदलना शुरू कर दिए हैं। चार महीने पहले वह जहां पीएम मोदी की कड़ी और भरसक आलोचना किया करती थीं, वहीं अब मोदी को लेकर वह नरम पड़ गई हैं। बुधवार (18 सितंबर, 2019) को उन्होंने मोदी से राजधानी दिल्ली में भेंट भी की और इस दौरान पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने के मुद्दे पर चर्चा की।

सीएम ने पीएम के साथ बैठक के बाद बताया कि उन्होंने पीएम के साथ राज्य के नाम बदलने को लेकर चर्चा की, जिस पर मोदी से उन्हें सकारात्मक संकेत मिले। बकौल दीदी, “प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर कुछ न कुछ करेंगे।” यही नहीं, ममता ने मोदी को दुर्गा पूजा के बाद ‘दुनिया के सबसे बड़े कोयला प्रोजेक्ट’ के उद्घाटन के लिए भी निमंत्रण दे दिया है।”

पीएम से मिलने के बाद पत्रकारों को उन्होंने बताया, “बैठक अच्छी रही…हमने अधिकतर विकास के मुद्दों पर चर्चा की। हमने बंगाल में आर्थिक प्रगति को लेकर बात की। बंगाल की जीडीपी 12.8 फीसदी है, जो कि मौजूदा समय में देश में नंबर है।” बंगाल का नाम बदलने को लेकर वह बोलीं- हम राज्य का नाम बांग्ला करना चाहते हैं और हमने पीएम से इस बारे में बात की है। हम इस मसले पर सुझाव के लिए भी तैयार हैं।

इतना ही नहीं, उन्होंने इस मुलाकात के दौरान मोदी को उपहारस्वरूप कुर्ता और मिठाई भी दी, जबकि मंगलवार (17 सितंबर) को कोलकाता एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने पीएम की पत्नी जसोदाबेन से मिलकर उन्हें साड़ी दी थी।

देखें, पूर्व में PM मोदी को लेकर क्या कहा था दीदी नेः

दरअसल, दीदी पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस की कड़ी आलोचक हैं। केंद्र के साथ कई मसलों पर उनका मतभेद रहा है, जिसमें से बंगाल में विभिन्न पोंजी स्कीम्स में सीबीआई जांच का मामला भी शामिल है। वहीं, बीजेपी का आरोप है कि सीएम पीएम मोदी से इस लिए मिल रही हैं, क्योंकि वह शहर पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को बचाना चाहती हैं। सारधा मामले में वह सीबीआई जांच के घेरे में हैं।