पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि अगर किसी ने सत्तारूढ़ पार्टी को चुनौती देने का दुस्साहस दिखाया तो उसके हाथ काट लिए जाएंगे और आंखें निकाल ली जाएंगी।

अभिषेक ने उत्तर 24-परगना जिले के बशीरहाट में आयोजित एक जनसभा में यह चेतावनी दी। अभिषेक के इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है और विपक्षी राजनीतिक दलों ने इसकी निंदा करते हुए अभिषेक को गिरफ्तार करने की मांग की है। भाजपा ने महानगर के जोड़ासांको थाने में अभिषेक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।

अभिषेक ने कहा- हमें आंखें दिखाने वालों की आंखें निकाल कर सड़कों पर फेंक दी जाएगी। अगर किसी ने हमें हाथ दिखाया तो हम उसके हाथ काट देंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आम लोग ही आखिरी बात कहते हैं।

तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के अध्यक्ष अभिषेक के इस बयान पर राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिर्द्धाथ नाथ सिंह ने कहा कि अभिषेक की टिप्पणी तृणमूल कांग्रेस के असली चरित्र का परिचायक है। तृणमूल और उसके नेताओं की ओर से ऐसे बयान अब आम हो गए हैं।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने तो इस बयान के लिए ममता के भतीजे को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है। भाजपा के एक नेता ने इस मामले में महानगर के जोड़ासांको थाने में अभिषेक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। सिन्हा ने कहा कि एक सांसद के मुंह से ऐसे बयान शोभा नहीं देते। लेकिन इससे साफ हो गया है कि राज्य में लोकतंत्र और कानून व व्यवस्था नामक कोई चीज नहीं बची है।

माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि अभिषेक के इस भड़काऊ बयान से तृणमूल कांग्रेस की सोच का पता चलता है। उन्होंने कहा कि उनको इस बयान से कोई हैरत नहीं हुई है।

यह तृणमूल कांग्रेस के आदर्श और सोच का सबूत है। माकपा नेता ने कहा कि इससे पहले भी कई तृणमूल नेता ऐसे जहरीले बयान दे चुके हैं। अब अभिषेक ने भी उन नेताओं की राह पर चलने का फैसला किया है तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं है।